Haryana News: 5 दिनों की पूछताछ के बाद पूर्व विधायक दिलबाग सिंह को ED ने किया गिरफ्तार
हरियाणा के यमुनानगर में पूर्व विधायक दिलबाग सिंह के आवास पर 5 दिन से चल रही ED की रेड आखिरकार आज दिलबाग सिंह की गिरफ्तारी के साथ खत्म हो गई. दिलबाग सिंह के बड़े भाई राजेंद्र सिंह ने बताया कि दिलबाग सिंह का व्यापार से कोई लेना-देना नहीं है.
Haryana News: हरियाणा के यमुनानगर में पूर्व विधायक दिलबाग सिंह के आवास पर 5 दिन से चल रही ED की रेड आखिरकार आज दिलबाग सिंह की गिरफ्तारी के साथ खत्म हो गई. दिलबाग सिंह के बड़े भाई राजेंद्र सिंह ने बताया कि दिलबाग सिंह का व्यापार से कोई लेना-देना नहीं है. वह राजनीति करते हैं और उनके घर से न ही कैश और न ही गोल्ड बरामद हुआ है. दिलबाग सिंह के लिए हम आगे कानूनी लड़ाई लड़ेंगे.
हरियाणा के अलग-अलग ठिकाने में 4 जनवरी की सुबह ED की अलग-अलग टीमों ने करनाल, सोनीपत और यमुनानगर में दबिश दी. करनाल और सोनीपत में तो ED की कार्रवाई खत्म हो गई थी, लेकिन यमुनानगर में पूर्व विधायक दिलबाग सिंह के घर 5 दिन चली ED की करवाई दिलबाग सिंह की गिरफ्तारी के साथ खत्म हुई. दोपहर करीब 1 बजे उनके आवास से ED के अधिकारी उन्हें गाड़ी में बैठाकर दिल्ली ले गए. इसके बाद उनके समर्थकों और परिवार में मायूसी छा गई. दिलबाग सिंह के बड़े भाई राजेंद्र सिंह ने कुछ देर बाद पत्रकारों से बातचीत में बताया कि उनका व्यापार से कोई लेना-देना नहीं है. बल्कि, वह सिर्फ राजनीति करते हैं और यह कार्रवाई राजनीति से प्रेरित है क्योंकि जो भी रेड पड़ी है वह विपक्षी नेताओं पर हुई है. उन्होंने मीडिया के सामने ED के दस्तावेजों का हवाला देते हुए बताया कि दिलबाग सिंह के घर से न तो कैश मिला है और न ही गोल्ड बरामद हुआ है. राजेंद्र सिंह ने बताया कि दिलबाग सिंह की जो गिरफ्तारी हुई है, वह खनन मामले में हुई है, लेकिन मैं साफ कर देना चाहता हूं कि दिलबाग सिंह के नाम कोई स्टोन क्रेशर नहीं है बल्कि उनके नाम पर खरीद-फरोख गलत की गई. राजेंद्र सिंह ने बताया कि दिलबाग सिंह की गिरफ्तारी से कोई मायूसी नहीं है और हम इस मामले में कानूनी लड़ाई लड़ेंगे.
आपको बता दें कि 4 जनवरी की सुबह दिलबाग सिंह के ठिकानों, उनके करीबियों और फार्म हाउस पर ED ने दस्तक दी थी. 5 जनवरी की सुबह प्रवर्तन निदेशालय की तरफ से 5 करोड़ कैश, विदेशी हथियार, विदेशी शराब की बोतलें बरामद होने की बात कही गई थी. इसको लेकर प्रताप नगर में दो अलग-अलग मामले दिलबाग सिंह के खिलाफ दर्ज भी हुए थे. फिलहाल देखना होगा कि उनका परिवार अब आगे क्या एक्शन लेता है. ताकि दिलबाग सिंह को राहत मिल सके.
INPUT- Kulwant Singh