Faridabad News: पहाड़ों पर हो रही जबरदस्त बारिश की वजह से मैदानी इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है. यमुनानगर स्थित हथिनीकुंड बैराज से लाख क्यूसेक पानी छोड़ने से दिल्ली एनसीआर खासकर फरीदाबाद में बाढ़ के दोबारा हालात पैदा हो गए हैं. अभी पिछले बाढ़ के पानी से ही लोगों को निजात नहीं मिली थी, ऐसे में दोबारा ज्यादा मात्रा में पानी छोड़े जाने से यमुना किनारे रहने वाले लोगों के माथे पर चिंता की लकीरें दोबारा खिंच गई हैं. अब देखने वाली बात होगी की प्रशाशन और सरकार दोबारा आने वाली बारिश और बाढ़ के पानी से कैसे निजात पाते हैं.


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फिर बाढ़ आई तो होगा ज्यादा नुकसान
बता दें कि फरीदाबाद के मोहना गांव का पास से यमुना नदी गुजर रही है, जो कि इस वक्त बेशक शांत नजर आ रही है, लेकिन पिछले दिनों ही यमुना में बाढ़ आ जाने की वजह से फरीदाबाद के सभी तटीय क्षेत्र पूरी तरह से डूब गए थे. यमुना किनारे खेती करने वाले किसानों की मेहनत बाढ़ का पानी फिर गया था. अब जबसे मीडिया के द्वारा लोगों को पता चला है कि हथिनीकुंड बैराज से लाख क्यूसेक पानी फिर से छोड़ दिया तो लोगों को पिछली बाढ़ से हुए नुकसान से ज्यादा खतरा अब दिखाई दे रहा है, क्योंकि अभी भी खेतों में 4 से 5 फुट पानी खड़ा हुआ है. पिछला पानी अभी निकला नहीं है.


बाढ़ के दौरान नहीं मिली थी कोई मदद
वहीं अब दोबारा पहाड़ों पर हो रही जबरदस्त बारिश की वजह से बैराज में पानी आ जाने से उसे छोड़ दिया गया, जो अगले 24 घंटो में फरीदबाद की सीमा में घुस जायेगा और अपना कहर बरपाएगा. लोगों का कहना है की पिछली बार भी प्रशासन की ओर से कोई खास मदद नहीं की गई. उनके खाने का भी कोई इंतेजाम नहीं हुआ. अब बाढ़ के बाद उनके पशुओं के चारे के भी लाले पड़ गए हैं.