फरीदाबाद: ठोस व तरल कचरा प्रबंधन विषय पर आज फरीदाबाद में सेमिनार का आयोजन किया गया. इसमें एनजीटी के चेयरपर्सन जस्टिस आदर्श कुमार गोयल और मुख्यमंत्री मनोहर लाल मौजूद रहे. सेमिनार को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा, हम भविष्य को लेकर चिंतित हैं. गंदगी के ढेर से अनेकों बीमारियां पनप रही हैं. हमें अपने वातावरण को स्वच्छ बनाना होगा. नई तकनीकों के माध्यम से कचरा प्रबंधन पर विचार करना जरूरी है.  


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हमें धरातल की कठिनाइयों को समझना होगा. लोगों को जागरूक होना होगा.उन्होंने कहा कि कचरा प्रबंधन में समाज के सहयोग की भी आवश्यकता है. कई प्रोजेक्ट हैं, जिनको प्रदेश में लगाया जा रहा है, ताकि वातावरण ठीक हो सके. छोटे ट्रीटमेंट प्लांट लगाने के लिए भी नई तकनीकों पर विचार हो रहा है. ट्रीटिड वाटर का ज्यादा इस्तेमाल करें, ताकि पानी का दोबारा इस्तेमाल हो सके. 


पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि वेस्ट मैनेजमेंट विश्व का विषय है. हरियाणा सरकार हर मामले में सख्ती से कदम उठा रही है. थर्मल प्लांट के 50 किलोमीटर के अंदर पहले ट्रीटिड वाटर का इस्तेमाल किया जाएगा.हमारी कोशिश है कि लोगों को अच्छा वातावरण मिले, यही हमारी कोशिश है.


हमने बहुत से कार्य किए हैं, आगे भी कई करेंगे. यमुना के पानी को लेकर हरियाणा के सीएम ने कहा- जितना हमें करना है उतना कर रहे हैं, बाकी दिल्ली को करना चाहिए. उन्होंने कहा कि दिल्ली का खराब पानी हमारे फरीदाबाद और नूंह में पहुंच रहा है. हमने इस बारे में दिल्ली से कहा है कि इसमें सुधार करें. 


वहीं एनजीटी के चेयरपर्सन जस्टिस आदर्श कुमार गोयल ने कहा कि हरियाणा सरकार कचरा प्रबंधन को लेकर कदम उठा रही है. सरकार को आमजन का भी साथ चाहिए ऐसे में प्रशासन को सबको साथ लेकर इस पर काम करना होगा. सॉलिड वेस्ट दिखाई देता है पर तरल दिखाई नहीं देता, जो सबसे घातक है. 


हरियाणा का रेस्पॉन्स हमेशा पॉजीटिव होता है. हरियाणा सरकार सीवेज प्रबंधन को लेकर अच्छा काम कर रही है, जितना सीवरेज का प्रबंधन होना चाहिए, उससे ज्यादा क्षमता का काम हरियाणा में हुआ है. उन्होंने कहा कि ट्रीटिड वाटर की पहल सबसे पहले हरियाणा ने ही की है. हरियाणा सॉलिड व तरल कचरा प्रबंधन कार्य करने में हमेशा आगे रहा है. हरियाणा ऐसे ही काम करता रहा तो जल्द ही पूरे देश में नंबर वन पर होगा.