फतेहाबाद: फतेहाबाद के गांव आकावाली में गेंहू के खेत मे लगी भीषण आग लगने का मामला सामने आया है. जहां 25 से 30 एकड़ गेंहू की खडी फसल जलकर राख हो गई है. जिससे कि किसानों को लाखों का नुकसान हो गया. आग 11 हजार वोल्टेज बिजली की तारों में स्पार्किंग के कारण आग लग गई. इस भारी नुकसान को देखते हुए किसानों ने रतिया टोहाना हाइवे को जामकर जली फसल के मुआवजे की मांग कर रहे हैं. 


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बता दें कि फतेहाबाद के टोहाना क्षेत्र के गांव अकांवाली के खेतों में आज दोपहर भयंकर आग लग गई. आग लगने से 7 से 8 किसानों की कुल 25 से 30 एकड़ में खेतों में खड़ी पकी पकाई फसल जलकर राख हो गई. किसानों ने ट्रैक्टरों की सहायता से अपने स्तर पर आग पर काबू पाना शुरू किया. साथ ही दमकल विभाग को भी सूचित किया. करीब घंटाभर में दमकल पहुंची तब तक काफी हद तक आग पर काबू पाया जा चुका था. 


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इसके बाद किसानों ने गांव से गुजरने वाली मुख्य सड़क को जाम कर दिया और रोष प्रकट किया. बताया जा रहा है कि इस आग के चलते करीब 25 से 30 एकड़ में फसल पूरी तरह राख हो गई. ग्रामीणों ने बताया कि 7/8 किसानों की फसल पूरी तरह जल चुकी है और यह वह किसान है जो ठेके पर जमीन लेकर हर साल बुवाई करते हैं. पिछले साल भी गांव में आग लगी थी. उन्होंने बताया कि आग खेतों से गुजर रही बड़ी बिजली लाइन में स्पार्किंग होने के चलते लगी है. 


किसानों का आरोप है कि फसल के सीजन में ग्रामीण क्षेत्रों में दिन के समय लाइटें बंद कर दी जाती है. फिलहाल गांव में बिजली बंद है, खेतों में भी बिजली नहीं है, लेकिन इन बड़ी लाइनों में बिजली क्यों छोड़ी जा रही है, यह बड़ा सवाल है. गांव चंदड़ से गुल्लरवाला बिजलीघर को यह लाइन जा रही है, इन लाइनों में हर समय बिजली रहती है. जिस कारण फसल पकने के सीजन के दौरान किसानों को नुकसान होता है. किसानों ने सरकार से मुआवजा देने और इस मामले में कार्रवाई करने की मांग की है. पुलिस ने किसानों को समझाया. बिजली निगम से भी कर्मचारी मौके पर पहुंचे और किसानों को आश्वासन दिया कि वह रिपोर्ट बनाकर उच्चाधिकारियों को भेजेंगे.


Input: अजय मेहता