अजय मेहता/फतेहाबाद: गेहूं कटाई का सीजन शुरु हो चुका है. गेहूं कटाई के इस सीजन में खेतों में खड़ी फसलों में लगने वाली आग के मामलों में भी इजाफा हो जाता है. हर साल दर्जनों ऐसे मामले सामने आते हैं, जिसमें आगजनी के कारण किसानों की मेहनत राख में तबदील हो जाती है. ऐसे में यह समय अग्निशमन विभाग के लिए किसी अग्नि परीक्षा से कम नहीं है. स्टॉफ की कमी, साजो-सामान की कमी, पानी के लिए वॉटर सोर्स की कमी फायर बिग्रेड विभाग की चुनौतियों में इजाफा ही कर रही है. 


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आग की घटनाओं से निपटने के लिए फतेहाबाद फायर बिग्रेड के पास पर्याप्त गाड़ियां तो हैं, मगर इन स्टॉफ की कमी है. नियमानुसार एक गाड़ी पर 6 क्रू मेंबर होने चाहिए और 6 गाड़ियां पर 36 और तीनों शिफ्टों के हिसाब से 108 कर्मचारी होने चाहिए, मगर फतेहाबाद में केवल 28 कर्मचारी ही काम कर रहे हैं. फायर बिग्रेड की गाड़ियां में पानी भरने के लिए दमकल विभाग के पास अपना कोई वाटर हाईड्रेंट नहीं है. फायर बिग्रेड भट्टू रोड पर जनस्वास्थ्य विभाग कार्यालय में लगाए गए वाटर हाईड्रेंट पर निर्भर हैं.


फसलों की कटाई के समय को देखते हुए फतेहाबाद विभाग द्वारा सभी फायर कर्मियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं तो वहीं इन कर्मचारियों के ड्यूटी ऑवर बढ़ाकर 24 घंटे मुस्तैद रहने के निर्देश दिए गए हैं. पहले जहां कर्मचारी 8-8 घंटे की शिफ्ट में ड्यूटि देते थे. वहीं अब इनकी ड्यूटि 12-12 घंटे कर दी गई है. साथ ही कहा गया है कि कोई कर्मचारी मुख्यालय नहीं छोड़ेगा. कमोवेश यही हाल पूरे जिले का है, अगर पिछले वर्षों पर नजर दौड़ाएं तो गेहूं कटाई के इस सीजन में हर वर्ष खेतों में आग लगने के दर्जनों मामले सामने आते हैं, जिनमें सैंकड़ों एकड़ फसल राख में तबदील हो जाती है. इस वर्ष ऐसी घटनाएं न हों, इसके लिए फायर बिग्रेड की तैयारियां तो पूरी हैं, मगर अभाव के चलते फायर बिग्रेड अपने मिशन पर कितना सफल होती देखने वाली बात होगी.


इन कारणों से खेतों में लगती है आग के चांस बढ़ जाते हैं
1. खेतों में या सड़क किनारे धूम्रपान कर बीड़ी/सिगरेट के अनबुझे अवशेष फेंकने से आग लगने की आशंका बढ़ जाती है.
2. खेतों में खाना, चाय इत्यादि बनाने के बाद आग को पूरी तरह से न बुझाने पर
3. खेतों के ऊपर से जा रही है बिजली की हाई टैंशन तारों के आपस में टकराने के कारण निकलने वाली चिंगारियों के कारण
4. खेतों में लगे ट्रांसफार्मरों के नीचे सूखी फसल, घास इत्यादि होने के कारण


किसान बरते यह सावधानियां
1. अपने खेतों में पानी का प्रबंध रखें
2. खेतों में लगे ट्रांसफार्मरों के आसपास और नीचे फसलें/घास फूस न रहने दें
3. खेतों में रखे स्प्रे टैंकों में पानी भर कर रखें तो आपात स्थिति में काम आ सकें
4. खेतों में धूम्रपान न करें
5. खेतों में निकलने वाले खाले में पानी रखें
6. किसान अपने पास कल्टीवेटर और कृषि यंत्र रखें तो आग लगने की घटना के समय काम आ सकें