Haryana School News: निजी स्कूलों पर शिक्षा निदेशालय सख्त, नहीं बना सकेंगे एक दुकान से किताब-ड्रेस खरीदने का दबाव
Advertisement
trendingNow0/india/delhi-ncr-haryana/delhiharyana1644790

Haryana School News: निजी स्कूलों पर शिक्षा निदेशालय सख्त, नहीं बना सकेंगे एक दुकान से किताब-ड्रेस खरीदने का दबाव

Haryana School News: हरियाणा में कुछ दिनों से शिकायतें मिल रही थीं कि निजी स्कूल किसी एक दूकान से किताब और ड्रेस खरीदने के लिए दबाव बना रहे हैं. इस पर शिक्षा निदेशालय एक्शन मोड पर आ गया है.

Haryana School News: निजी स्कूलों पर शिक्षा निदेशालय सख्त, नहीं बना सकेंगे एक दुकान से किताब-ड्रेस खरीदने का दबाव

Haryana News: हरियाणा में निजी स्कूलों पर शिक्षा निदेशालय सख्त हो गया है. वह अब निजी स्कूलों को अपनी मनमानी नहीं चलाने देगा. इससे स्कूल बच्चों को एक ही दुकान से ड्रेस और किताब खरीदने के लिए दबाव नहीं बना सकेंगे. स्कूलों पर नजर रखने के लिए शिक्षा निदेशालय ने सभी जिला शिक्षा अधिकारी और जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी को पत्र लिखकर उन्हें निजी स्कूलों पर निगरानी के निर्देश दिए हैं. 

ये भी पढ़ें: Delhi Weather News: सुहाना मौसम खत्म, शुरू हो रहा भीषण गर्मी का दौर,  जानें IMD अलर्ट

 

होगी सख्त कार्रवाई
वहीं शिक्षा निदेशालय ने विभागीय निर्देश भी दिए हैं कि अगर कोई भी निजी स्कूल ड्रेस और किताबें किसी एक निर्धारित दुकानदार से खरीदने के लिए विद्यार्थियों व अभिभावकों को बाध्य करे तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.

नहीं बना पाएंगे दबाव
बता दें कि पिछले कुछ दिनों से निजी स्कूलों द्वारा ड्रेस और किताबें खरीदने को लेकर दबाव बनाने की शिकायतें आ रही थीं. इसके कारण निजी स्कूलों पर निगरानी करने का फैसला किया गया. इससे स्कूल विद्यार्थियों व अभिभावकों पर नाजायज दबाव नहीं बना पाएंगे. इसको लेकर सीएम फ्लाइंग की टीम भी छापेमारी कर रही थी, क्योंकि इन दुकानों पर सामान्य से अधिक कीमत पर किताब और सामान बेचा जा रहा था. वहीं अब शिक्षा निदेशालय ने सख्ती बरती है और तमाम बड़े अधिकारियों को निर्देश दिए हैं.

माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने दिए निर्देश
माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने सभी जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) और जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी (DEEO) को पत्र लिखा है. इसमें उन्हें निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने क्षेत्र में आने वाले सभी स्कूलों को निर्देश दें कि अगर ऐसा पाया जाता है तो सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी. वहीं उन पर निगरानी भी रखें कि वे विद्यार्थियों और अभिभावकों को किसी एक निर्धारित दुकान से किताबें और अन्य जरूरी सामान आदि खरीदने के लिए दबाव नहीं बना पाएंगे.