Ghaziabad: हरनंदीपुरम के लिए भूमि अधिग्रहण से पहले धरने पर किसान, जानें प्रमुख मांगें
Ghaziabad farmers protest: उत्तर प्रदेश सरकार गाजियाबाद में हरनंदीपुरम के नाम से एक नया शहर बसाने की तैयारी में है, जिसके लिए भूमि अधिग्रहण से पहले किसानों ने धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है. किसानों का कहना है कि भूमि अधिग्रहण समझौते को लेकर जब तक उनकी मांगे नहीं मानी जाती प्रदर्शन जारी रहेगा.
Ghaziabad News: गाजियाबाद के थाना वेव सिटी इलाके में भारतीय किसान संगठन के नेतृत्व में आसपास के गांव के किसान धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. किसान संगठन से जुड़े लोगों का कहना है कि पिछले 20 साल से अपनी मांगों के लिए संघर्ष कर रहे हैं. कई बार प्रशासन और प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ बातचीत होने के बाद भी कोई नतीजा नहीं निकल पाया है. इसलिए वह बुधवार से धरना प्रदर्शन के लिए बैठे हैं. भूमि अधिग्रहण समझौते को लेकर जब तक उनकी मांगे नहीं मानी जाती प्रदर्शन जारी रहेगा.
ये भी पढ़ें- Ghaziabad: UP सरकार की इस योजना से किसानों की चांदी, मिलेंगे 5 हजार करोड़ रुपये
किसान संगठन से जुड़े लोगों का यह भी कहना था कि 2014 में बिल्डर प्रशासन और किसानों के बीच त्रिपक्षी समझौता हुआ था.इसमें किसानों की मांगों को माना गया था पर उन पर करवाई नहीं की गई. किसानों की मुख्य मांगों में विकसित की गई भूमि में 8% भूमि किसानों को देना, जमीन की बढ़ी हुई कीमत के हिसाब से मुआवजा देना और आसपास के क्षेत्र के किसानों के परिवारजनों को नौकरी देना शामिल था. क्षेत्र का विकास जिसमें स्कूल कॉलेज, अस्पताल जैसी सुविधाओं की मांग लंबित है. किसानों का कहना है कि कई बार बिल्डर प्रशासन के साथ मिलकर किसानों पर अपराधिक मुकदमें दर्ज करा देते हैं. ऐसे मामलों को रोकने के लिए हमारी मांगों को माना जाना जरूरी है.
हरनंदीपुरम के लिए भूमि अधिग्रहण
उत्तर प्रदेश सरकार गाजियाबाद में एक नया शहर बसाने की तैयारी में है.गाजियाबाद डेवलपमेंट अथॉरिटी (GDA) की बैठक में नया शहर बसाने को मंजूरी मिल गई है. गाजियाबाद में बसने वाले नए शहर को नया गाजियाबाद नहीं बल्कि हरनंदीपुरम के नाम से विकसित किया जाएगा. इसके लिए जल्द ही गाजियाबाद के आस-पास की भूमि का अधिग्रण शुरू कर दिया जाएगा. किसानों का कहना है कि हरनंदीपुरम के लिए भूमि अधिग्रहण से पहले किसान अपने आंदोलन की रूप रेखा तैयार करेंगे. आने वाले समय में कई बड़े नेता इस आंदोलन में शामिल होंगे और आंदोलन को तेज किया जाएगा.
Input- Piyush Gaur