Ghaziabad News: गाजियाबाद की इस सोसाइटी में मिलेगा कुत्तों के आतंक से निजात, तैनात किए गए डॉग वॉचर्स
Ghaziabad News: गाजियाबाद में कुत्तों के आतंक को देखते हुए महागुणपुरम सोसाइटी में लोगों ने डॉग वॉचर्स तैनात किए हैं. वहीं दूसरी तरफ मानव अधिकार कार्यकर्ता द्वारा राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग में याचिका भी दायर की गई है.
Ghaziabad News: राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद में कुत्तों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है, अभी चंद दिन पहले ही विजयनगर इलाके में कुत्ते के काटने की वजह से 15 साल के सावेज ने अपने पिता की गोद में तड़पते हुए दम तोड़ दिया. इसके बाद भी गाजियाबाद नगर निगम द्वारा कोई एक्शन नहीं लिया जा रहा है. कुत्तों के आतंक को देखते हुए मानव अधिकार कार्यकर्ता द्वारा राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग में याचिका दायर की गई है. वहीं दूसरी तरफ महागुणपुरम सोसाइटी में लोगों ने डॉग वॉचर्स तैनात किए हैं.
नगर निगम की कार्रवाई से लोगों में रोष
हाल ही में गाजियाबाद के विजयनगर इलाके में कुत्ते के काटने की वजह से 15 वर्षीय मासूम सावेज की मौत का मामला सामने आया था. इस घटना के बाद जब ZEE MEDIA की टीम ने सावेज के घर पहुंचकर लोगों से बात की तो उनका कहना था कि कुत्तों का आतंक अभी भी कम नहीं हुआ है. निगम कर्मचारियों द्वारा कोई भी कार्रवाई नहीं की जा रही, न कोई यहां कुत्तों को पकड़ने के लिए आता है और न ही वैक्सीन लगाने के लिए. नगर निगम की उदासीनता की वजह से लोगों में काफी आक्रोश है.
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग में याचिका
कुत्तों के बढ़ते आतंक को देखते हुए मानव अधिकार कार्यकर्ता विष्णु कुमार गुप्ता ने राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष को एक याचिका दी है, जिसमें बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए एक ठोस नीति बनाने के लिए गाजियाबाद के प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देशित करने की मांग की गई है. एडवोकेट गुप्ता ने बताया इससे पहले भी सितंबर 2022 में उनके द्वारा कुत्तों की वजह से दहशत में जी रहे परिवार और बच्चों के लिए सुझाव देते हुए एक ठोस नीति बनाए जाने की मांग की थी. इस पर आयोग द्वारा गाजियाबाद के पुलिस अधीक्षक को 26 सितंबर 2022 को नोटिस नोटिस जारी करते हुए चार बिंदुओं पर विस्तृत रिपोर्ट 20 दिन में भेजने के लिए आदेशित किया गया था. इसके संबंध में अभी तक कोई भी जवाब नहीं दिया गया था. इसके बाद एडवोकेट गुप्ता ने आयोग से प्रार्थना करते हुए कार्रवाई की मांग की है. अपनी याचिका में उन्होंने कुत्ते के काटे जाने से रेबीज का शिकार बने 14 वर्षीय बच्चे का उल्लेख करते हुए नगर निगम द्वारा अपने राष्ट्रीय कुत्तों के स्टेरलाइजेशन उन्हें शेल्टर फॉर्म और हर एक वार्ड में एक एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर बनाए जाने की मांग रखी है.
महागुणपुरम सोसाइटी में डॉग वॉचर्स तैनात
वहीं गाजियाबाद की महागुणपुरम सोसाइटी में रहने वाले लोगों ने कुत्तों के आतंक से बचने के लिए एक बीच का रास्ता निकाला है. यहां आरडब्ल्यूए से जुड़े लोगों ने पीक अवर्स में सोसाइटी में रह रहे बच्चों और बुजुर्गों को कुत्ते के काटने से बचाने के लिए डॉग वॉचर्स की तैनाती की है. डॉग वॉचर्स सोसाइटी में तैनात गार्ड हैं, जो की पीक ऑवर्स में वहां लगातार पेट्रोलिंग कर कुत्तों को हटाने और ऐसी घटनाओं पर रोक लगाने का काम करेंगे. सोसाइटी के रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन से जुड़े लोगों का कहना है अक्सर कुत्तों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने पर पशु प्रेमी और उनसे जुड़ी संस्थाएं विरोध करने लगती थी. ऐसे में बीच का रास्ता चुनते हुए समिति ने अपनी तरफ से पहल करते हुए ऐसे गार्ड की तैनाती की है जो की पीक ऑवर्स में बच्चों और बुजुर्गों का विशेष रूप से ध्यान रखते हुए कुत्ते काटे जाने घटनाओं पर रोक लगाने के लिए लगातार पेट्रोलिंग करेंगे.
वही निगम के एनिमल वेलफेयर ऑफिसर आशीष कुमार त्रिपाठी ने विजयनगर में कुत्ते काटे जाने की घटना के बाद मलिक के खिलाफ 5000 रुपये का चालान काटने की कार्रवाई करने की बात कही है. इसके साथ में एक एबीसी सेंटर पर स्ट्रीट डॉग के वैक्सीनेशन के साथ बड़े एबीसी सेंटर का प्रस्ताव शासन को भेजे जाने की बात भी कही है.
Input- Piyush Gaur