प्रणव भारद्वाज/ग्रेटर नोएडाः ग्रेटर नोएडा के बिसरख थाना पुलिस ने एक करोड़ की चोरी का खुलासा कर दिया है. पुलिस ने इस मामले में अंतरराज्य गैंग के चार शातिर चोरों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने लोगों के कब्जे से करीब 60 लाख से अधिक का चोरी का सामान बरामद किया है. इन लोगों के द्वारा चोरी के पैसों से ही एक गाड़ी भी खरीदी गई थी. पुलिस ने वह भी बरामद कर ली है. बिसरख थाना क्षेत्र में 25 नवंबर को अम्रपाली लेजर वैली सोसायटी में सिर्फ मीडिया फाइनेंसर के यहां पर दिनदहाड़े अज्ञात चोरों के द्वारा विला का ताला तोड़कर नकदी और आभूषण चोरी कर लिए गए थे.


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इस दौरान चोर करीब एक करोड़ की चोरी करके फरार हो गए थे. इतनी बड़ी घटना होने के बाद पुलिस अधिकारी हरकत में आए और इस दौरान दो टीम इन चोरों को पकड़ने के लिए बनाई गई. इन चोरों को पकड़ने के लिए पुलिस ने 500 से 700 CCTV फुटेज को खंगाला. दिल्ली से लेकर कुशीनगर तक इन बदमाशों की तलाश की गई और करीब 100 से 150 संदिग्धों से पूछताछ भी की गई. तब जाकर 4 लोगों के नाम प्रकाश में आए. पता चला कि इन चार लोगों के द्वारा यहां पर चोरी की घटना को अंजाम दिया गया है.


तिजोरी चोरी करके फरार हुए थे चोर


बिसरख पुलिस ने बुधवार रात को मुठभेड़ के दौरान 3 बदमाशों को घायल अवस्था में जबकि एक को कॉम्बिंग के दौरान पकड़ा. इन लोगों के कब्जे से चोरी किये गए सोने चांदी के आभूषण, नगदी व अन्य सामान बरामद किया गया. सेंट्रल नोएडा के एडिशनल डीसीपी साद मिया खान ने बताया कि यह लोग जहां से एक तिजोरी चोरी करके ले गए थे. इन लोगों ने उसे कुशीनगर से वापस आते समय राप्ती नदी में काट कर फेंक दिया और तिजोरी के अंदर से निकली ज्वेलरी को आपस में बांट लिया. चोरी किए गए रुपयों में से इन्होंने 6 लाख में एक्सयूवी महिंद्रा कार खरीद ली.


इसके बाद बची हुई कुछ ज्वेलरी को IIFL बैंक उत्तम नगर दिल्ली में गिरवी रख दिया और यह केश यह लोग फरारी के दौरान इस्तेमाल करते रहे. चोरी करने के बाद यह लोग बुलंदशहर, हरियाणा, रोहतक, दिल्ली, गुजरात, अहमदाबाद, राजस्थान के उदयपुर व जयपुर में होटल में रुक कर फरारी काटते रहे. यह लगातार जगह बदलते रहे ताकि पुलिस इनका पीछा ना कर सके, लेकिन पुलिस की दो टीमें इनके पीछे लगातार लगी रही और इन लोगों की तलाश करती रही.


मुखबिर ने पुलिस को दी चोरों की सूचना


यह लोग अपने में हिस्से में आई ज्वेलरी को बेचकर बुलंदशहर के लिए जा रहे थे, लेकिन पुलिस टीम इनके पीछे लगी हुई थी और मुखबिर ने पुलिस को इसकी सूचना दे दी, जिसके बाद पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ हो गई और मुठभेड़ के दौरान पुलिस की गोली लगने से कुशीनगर निवासी राजन, बुलंदशहर निवासी राजीव और बंटी घायल हो गए. जबकि पुलिस ने अलीगढ़ निवासी राहुल को कॉम्बिंग के दौरान पकड़ लिया. पकड़े गए अपराधियों में बंटी तेजाब फेंकने के मामले में 10 साल की सजा काट चुका है.


तो वहीं, अन्य आरोपी भी शातिर किस्म के चोर हैं जो पहले भी जेल जा चुके हैं और दर्जनों वारदातों को अंजाम दे चुके हैं. इन लोगों पर उत्तर प्रदेश के अलावा अन्य कई राज्यों में भी मुकदमे दर्ज हैं और उत्तर प्रदेश के कई जिलों में इनके खिलाफ चोरी और लूट के मुकदमे दर्ज हैं. पुलिस ने इन लोगों के कब्जे से भारी मात्रा में सोने चांदी और हीरे के जेवरात बरामद किए हैं. साथ ही 55 हजार की नगदी बरामद की गई है. इसके अलावा एक एक्सयूवी और क्वांटो कार बरामद हुई है. तमंचा कारतूस वह ताला तोड़ने के उपकरण इनके कब्जे से बरामद हुए हैं.


एडिशनल डीसीपी साद मियां खान ने बताया कि यह लोग शातिर किस्म के चोर हैं जो रेकी करने के बाद बंद घरों को अपना निशाना बनाते थे. यह पहले रेकी करते हैं  कि कौन सा घर दिन में बंद रहता है और उसके बाद उसी घर पर दिन में ही चोरी की घटना को अंजाम दिया करते थे. अब तक कई दर्जन वारदातों को इसी तरह से अंजाम दे चुके हैं.