देवेंद्र भारद्वाज/गुरुग्राम: गुरुग्राम के मानेसर इलाके से एक झोलाछाप डॉक्टर की काली करतूत सामने आई है, जिसे देखकर और सुन कर मानवता भी शर्मसार हो जाए. बता दें कि आलम क्लीनिक में इलाज के लिए आए युवक की इलाज के दौरान मौत हो गई, लेकिन इसकी जानकारी फर्जी डॉक्टर ने परिवार वालों को नहीं दी. इतना ही नहीं उस फर्जी डॉक्टर ने अपने साथी के साथ मिलकर युवक के शव को सड़क पर फैंक कर फरार हो गया.


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दरअसल 26 सितंबर को राजस्थान के रहने वाले लीलाधर नामक युवक को बुखार हुआ था, जिसके बाद वह इलाज के लिए मानेसर के अलवर गांव में स्थित आलम क्लीनिक पर गया. इलाज के दौरान फर्जी डॉक्टर फरीम ने लीलाधर को इंजेक्शन लगाया. इंजेक्शन लगने के बाद लीलाधर की मौत हो गई, लेकिन इस फर्जी डॉक्टर ने इसकी जानकारी लीलाधर के परिवार को नहीं दी, बल्कि देर रात अपने एक अन्य साथी के साथ मिलकर युवक के शव को सड़क पर फेंककर फरार हो गया.


इसके बाद 27 सितंबर को सुबह शव मिलने के बाद गली में सनसनी फैल गई, जिसके बाद लीलाधर के परिवार वालों ने इसकी शिकायत पुलिस को दी और. उन्होंने पुलिस को शिकायत में बताया कि लीलाधर को बुखार आया था, जिसके बाद वह आलम क्लीनिक पर गया था. उसके बाद से वह वापस नहीं लौटा और सुबह उसकी मौत की खबर मिली.


इस पूरे मामले में जब पुलिस ने तफ्तीश शुरू की तो सीसीटीवी फुटेज पुलिस के हाथ लगे. सीसीटीवी फुटेज में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि किस तरह से आलम क्लीनिक को चलाने वाला फर्जी डॉक्टर फरीम अपने साथी के साथ मिलकर लीलाधर के शव को सड़क पर फेंकते हुए नजर आ रहे हैं. इसी आधार पर पुलिस ने फिलहाल फर्जी डॉक्टर फरीम को गिरफ्तार कर लिया है. उसके अन्य साथी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की एक टीम यूपी के लिए रवाना हो गई है.