गुरुग्राम/देवेंद्र भारद्वाज: अगर आप भी ऑनलाइन सामान मंगवाने के शौकीन हैं तो सावधान हो जाइए. गुरुग्राम पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो ऑनलाइन डिलीवरी के नाम पर लोगों को लाखों रुपये का चूना लगा चुके हैं. इतना ही नहीं गिरोह के सदस्य लिंक भेज ग्राहक के खाते को भी साफ कर दिया करते थे. प्रीतपाल सिंह एसीपी क्राइम के अनुसार अब तक गिरोह के सदस्य देशभर के कई लोगों को अपना शिकार बना चुके हैं. साइबर क्राइम की टीम ने तीनों आरोपियों को राजस्थान के भरतपुर से गिरफ्तार किया है. आरोपियों की पहचान जावेद, तस्लीम और शागिर्द के रूप में हुई है. पुलिस ने आरोपियों के पास से 4 मोबाइल फोन, एटीएम कार्ड, डेबिट कार्ड सिम कार्ड और हजारों रुपये की नगदी की बरामद की है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

ये भी पढ़ें: लालच में व्यापारी सहित 7 लोगों को उतार दिया था मौत के घाट, 9 साल बाद मिली मौत की सजा


इन लोगों ने सोशल मीडिया पर जगदीश वाइन के नाम से पेज बना रखा था. इसके माध्यम से लोग यहां से ऑनलाइन शराब ऑर्डर करते थे वो ऑर्डर तो करते थे, लेकिन ये उस सामान की डिलीवरी नहीं करते थे. ग्राहकों द्वारा इसकी शिकायत की गई तो पुलिस ने पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई शुरू की. पुलिस सोशल मीडिया पेज के आधार पर उस जगह पहुंची, जहां का एड्रेस आरोपियों ने पेज पर डाल रखा था, लेकिन उस जगह कुछ नहीं था. 


एसीपी ने बताया कि इन्होंने सेक्सटॉर्शन की भी साइट बना रखी थी, जिस पर वीडियो कॉल करके ये ग्राहक को फंसाते थे. साइट पर स्वयं भी न्यूड हो कर ग्राहक से बात करते थे और उसका स्क्रीन शाट लेकर ब्लैकमेल करने का काम कर रहे थे. पुलिस टीम ने आरोपियों के पास से 47 हजार रुपये की नगदी भी बरामद की है. पुलिस इनकी क्राइम कुंडली खंगालने में जुट गई है. एसीपी प्रीतपाल सिंह के अनुसार पिछले 6 से 7 महीनों के दौरान इन लोगों ने लाखों रुपये की ठगी की है. इनके खाते में 25 लाख रुपये की ट्रांजेक्शन की हुई थी. पुलिस इनके अन्य साथियों की तलाश में जुट गई है.


ऑनलाइन डिलीवरी के नाम पर ठगी करने और सेक्सटॉर्शन के नाम पर ब्लैकमेल करने वाले तीनों शातिर अपराधियों को पुलिस ने सलाखों के पीछे धकेल दिया है. वहीं पुलिस ने आमजन से अपील की है कि ऑनलाइन सामान मंगवाने से पहले पूरी जांच कर लें और उसके बाद ही पेमेंट करें नहीं तो इस तरह के ठग उनकी कमाई पर हाथ साफ कर सकते हैं.