Panchkula Anganwadi Workers Protest: पंचकूला के सेक्टर 5 धरना स्थल में आज हरियाणाभर से पहुंची हरियाणा बाल विकास एवं आंगनबाड़ी वर्कर यूनियन और आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ हरियाणा द्वारा एक बड़ा प्रदर्शन किया गया. साल 2018 से लंबित मांगों को लागू करने की मांग को लेकर आंगनवाड़ी वर्कर्स ने प्रदर्शन किया. पंचकूला में धारा 144 लागू होने के चलते पुलिस द्वारा शहर की विभिन्न स्थानों पर नाकाबंदी कर प्रदर्शनकारियो को पंचकूला में आने से रोकने का प्रयास किया गया और इस दौरान कई आंगनबाड़ी वर्कर्स की पुलिस के साथ हाथापाई भी देखने को मिली.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

आंगनबाड़ी वर्कर्स का आरोप है कि उनकी साथी के साथ मारपीट की गई और दुर्व्यवहार भी किया गया. इसको लेकर आंगनबाड़ी वर्कर्स ने अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया, जहां पंचकूला और अन्य जिलों से आई पुलिस फोर्स तैनात रही. प्रदर्शनकारियों को 1 नवंबर को मुख्यमंत्री से मुलाकात का आश्वासन मिलने के बाद आंगनबाड़ी वर्कर्स अपना धरना समाप्त करने का ऐलान किया और कहा कि अगर 1 नवंबर की बैठक में उनकी मांगों पर सहमति नहीं बनती है तो आने वाले दिनों में एक बड़ा आंदोलन किया जाएगा.


हरियाणा आंगनबाड़ी वर्कर्स यूनियन कि राज्य प्रधान छोता गहलावत ने बताया कि उनकी पहली मांग है कि साल 2018 में मुख्यमंत्री के साथ उनकी मांगों को लेकर एक समझौता हुआ है और उस समझौते को लागू करने की मांग है. इसके अलावा कुशल और अर्ध कुशल का दर्जा देने बात की गई थी और 6 महीने में महंगाई भत्ता दिए जाने की बात भी कही गई थी, लेकिन आज तक सरकार ने उनकी मांगों की तरफ कोई ध्यान दिया.ॉ


ये भी पढ़ें: Sajay Singh News: आंख का इलाज करवाने के लिए कोर्ट ने संजय सिंह को दी मंजूरी


 


उन्होंने बताया कि आज पूरे हरियाणा से आंगनबाड़ी वर्कर्स यहां पर पहुंची है और आंगनवाड़ी वर्कर्स को जगह-जगह पर रोका जा रहा है और कई जगह पर लाठी चार्ज किया गया है और कई आंगनबाड़ी वर्कर्स को लाठी चार्ज के दौरान चोटें भी आई हैं. उन्होंने कहा कि एक आंगनबाड़ी महिला के सिर पर भी चोट आई है. उन्होंने कहा कि जहां एक तरफ सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा दे रही है, वहीं दूसरी तरफ बेटियां के लिए दरवाजे बंद कर दिए गए हैं और सड़कों पर आकर रो रही हैं. उन्होंने कहा कि हमारा मकसद सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरना नहीं था बल्कि शांतिपूर्वक अपनी मांगों को सरकार के समक्ष रखना था, लेकिन पुलिस प्रशासन ने माहौल खराब किया है. उन्होंने कहा कि प्रदर्शन के दौरान कई महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार भी किया गया है और वह इस घटना की निंदा करती हैं.


सरकार के साथ 1 नवंबर को आंगनवाड़ी वर्कर्स के साथ बैठक की जाएगी और मुख्यमंत्री के साथ बैठक का समय दिया गया है. जिसके बाद आंगनवाड़ी वर्कर्स द्वारा अपना धरना समाप्त कर लिया गया. इस दौरान कुछ आंगनवाड़ी वर्कर्स धरना लगाकर बैठी रही, लेकिन कुछ समय बाद समझाने के बाद सभी आंगनबाड़ी वर्कर्स अपना धरना समाप्त कर वापस लौट गई और 1 नवंबर की बैठक में उनकी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के साथ होने वाली बैठक में क्या फैसला होता है यह देखने वाली बात होगी. आंगनवाड़ी वर्कर्स ने स्पष्ट कर दिया है कि अगर उनकी मांगे पूरी नहीं होती है तो आने वाले समय आंगनवाड़ी वर्कर्स द्वारा बड़ा आंदोलन किया जाएगा.


Input: Divya Rani