Hisar: CET में बदलाव को लेकर फिर से विरोध, छात्रों ने किया लघु सचिवालय का घेराव
CET में क्वालिफाइंग नेचर में बदलाव की मांग को लेकर एक बार फिर हिसार में स्टूडेंट्स सड़कों पर उतरे नजर आए. मांगे पूरी न होने पर आंदोलन करने की चेतावनी दे रहे हैं.
नई दिल्ली: हरियाणा में ग्रुप सी और डी की भर्ती के लिए हुए कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट (CET) एग्जाम को लेकर हिसार में फिर से छात्र लघु सचिवालय पहुंचे हैं. छात्रों ने प्रदर्शन करते हुए अपनी आवाज को एक बार फिर से बुलंद कर दी है. सरकार द्वारा रखे गए क्राइटेरिया को फिर से बदला गया है. जिससे छात्रों में रोष है. छात्रों का कहना है कि ऐसा करने से कई छात्र एग्जाम में बैठ नहीं पाएंगे. जिससे उनको काफी नुकसान होगा.
मांगे पूरी न करने पर होगा आंदोलन- छात्र
CET एग्जाम में क्वालिफाइंग नेचर की मांग को लेकर एक बार फिर स्टूडेंट्स सड़कों पर उतरे नजर आए. हिसार में लघु सचिवालय परिसर तक छात्रों ने प्रदर्शन करके अपनी मांगों को सरकार से सामने रख रहे हैं. नाराज स्टूडैंट्स का कहना था कि सरकार ने शुरु में 40 और 50 प्रतिश्त का क्राइटेरिया रखा था, जिसे अब बदल दिया गया है. ऐसे में कई स्टूडैंट्स अगले एग्जाम में ही नहीं बैठ पाएंगे, जो गलत है. स्टूडेंट्स ने मांग करते हुए कहा कि HTET की तर्ज पर CET में क्वालिफाई का क्राइटेरिया किया जाए. अगर ऐसा नहीं होता है, तो जल्द ही बड़े आंदोलन का आगाज किया जाएगा.
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चार गुणा को क्वालिफाई करने का विरोध
CET को केवल पात्रता परीक्षा बनाने में अधिक स्टूडेंट्स को मौका मिलेगा. हरियाणा में होने वाली एचटेट परीक्षा भी केवल पात्रता परीक्षा है. सीईटी भी एक पात्रता परीक्षा है. अलग-अलग राज्यों में पात्रता परीक्षा के आधार पर ही दूसरी परीक्षा ली जाती है. अब सरकार ने पद के हिसाब से चार गुणा उम्मीदवार ही अगली परीक्षा में बैठाने का फैसला लेने की तैयारी में है.