Haryana Crime: सीडब्ल्यूसी कमेटी के सदस्यों ने असम की दो बहनों को मानव तस्करी से मुक्त कराने का मामला सामने आया है. दोनों बहनों को फिलहाल भिवानी के अनाथालय भेज दिया गया है. बाल सरंक्षन विभाग को किसी अनजान व्यक्ति ने फोन पर सूचना दी और बताया कि दो लड़कियों को कुछ लोगों ने बंधक बनाकर रखा हुआ है और  दोनों नाबालिग है. सूचना मिलने पर एक टीम संगठन किया गया और रेड मारी. मगर शुरुआती जांच में डीसीडब्ल्यू के हाथ कुछ नहीं लगा, लेकिन फिर खेतों की तरफ जा कर देखा तो एक कमरे में दोनों लड़कियों को बंधक बनाया हुआ था.


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बाल संरक्षण कमेटी के सदस्यों ने बहल के गांव बिधनोई व एक अन्य गांव से असम की दो सगी बहनों को मुक्त करवाया और दोनों बहनों को लेकर शाम को भिवानी लौट आई. दोनों बहनों को अनाथालय भेजा दिया गया है. दोनों नाबालिग लड़कियां है. बताया जा रहा है कि दोनों बहनों को कई बार दलालों ने ना केवल बलात्कार किया है बल्कि उन्हें बेचा भी  है. सीडब्ल्यूसी (CWC) के सदस्य सतेंद्र कुमार ने बताया कि मेले में एक लड़की से मोबाइल नंबर का आदान प्रदान हुआ था.


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उन्होंने बताया कि उसके बाद उससे लगातार बातचीत होती रही और दलालों ने उसे प्रेमजाल में फंसा लिया. असम की लड़की को पहले राजकुमार ने प्रेम जाल में फंसाया ओर उसके बाद उसे और उसकी बहन को बेच दिया. एक लड़की बिधनोई गांव में मिली तो दूसरी लड़की हरियावास के खेतों से बरामद किया है. दोनों लड़कियों को 1 लाख 30 हजार रुपये प्रति लड़की बेचा गया था. वहीं, बाल सरक्षण विभाग के संदीप कुमार ने बताया कि चाइल्ड हेल्प लाइन पर यह शिकायत आई थी.


शिकायत के आधर पर करवाई की गई है और दोनों लड़कियों को मानव तस्करी से मुक्त करवा लिया गया है. उन्होंने बताया कि लड़कियों को सीडब्ल्यूसी के समक्ष पेश किया गया है. असम की लड़कियां होने के कारण उनकी भाषा को समझ नहीं पाया जा रहा है. जल्द ही इनकी कॉउंसलिंग करवा कर करवाई की जाएगी. लड़कियों का मेडिकल भी करवा दिया गया है.


(इनपुटः नवीन शर्मा)