Clerk Strike: हरियाणा में 21 दिनों से हड़ताल पर क्लर्क, तिरंगा यात्रा निकालकर किया विरोध प्रदर्शन
Haryana Clerk Protest: फतेहाबाद, सोनीपत सहित कई जिलों में आज क्लर्कों ने तिरंगा यात्रा निकालकर विरोध प्रदर्शन किया, इस दौरान कहा कि सरकार जब तक मांगें नहीं मानेगी तब तक आंदोलन यूं ही जारी रहेगा.
Haryana Clerk Protest: हरियाणा के अलग-अलग जिलों में अपनी मांग को लेकर क्लर्क पिछले 21 दिनों से हड़ताल पर हैं. फतेहाबाद, सोनीपत सहित कई जिलों में आज क्लर्कों ने तिरंगा यात्रा निकाली. इस दौरान लिपिकों ने कहा कि सरकार जब तक मांगें नहीं मानेगी तब तक आंदोलन यूं ही जारी रहेगा.
लिपिकों की मांग
क्लेरिकल एसोसिएशन की मांग है कि कार्य और योग्यता के आधार पर दिए जाने वाले न्यूनतम वेतन को 19,900 से बढ़ाकर 35,400 किया जाए. इसी मांग को लेकर 05 जुलाई से लघु सचिवालय परिसर में वो हड़ताल पर हैं.
सोनीपत में वेतनमान में वृद्धि की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे लिपिक वर्ग ने आज शहर में तिरंगा यात्रा निकाली. लिपिक आंदोलन को अन्य कई संगठनों ने भी समर्थन दिया है और तिरंगा यात्रा में शामिल हुए. इन संगठनों में रोडवेज यूनियन, पटवारी एसोसिएशन शामिल हैं जिन्होंने लिखित रूप से लिपिक वर्ग को समर्थन दिया है.लिपिकों की सरकार के साथ कई दौर की वार्ता असफल रही.
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फतेहाबाद में भी अनशन पर बैठे क्लर्क एसोसिएशन से जुड़े क्लर्क, हड़ताली क्लर्कों ने लघु सचिवालय से लाल बत्ती चौक तक तिरंगा यात्रा निकाल कर किया प्रदर्शन किया. इससे पहले कर्मचारियों ने लघु सचिवालय के बाहर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और सरकार से उनकी मांगों को पूरा किए जाने की मांग की. कर्मचारियों का कहना था कि वे पिछले 20 दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं, मगर सरकार उनकी मांगों पर कोई गौर नहीं कर रही है. आज प्रदर्शन का 21वां दिन है और उन्होंने सरकार को जगाने के लिए तिरंगा यात्रा निकाली है.
कर्मचारी नेता चितरंजन साहू ने कहा कि कल बुधवार को कर्मचारियों का प्रतिनिधि मंडल से सरकार के साथ तीसरे दौर की बातचीत होनी है. उन्हें आशा है कि इस वार्ता के सार्थक परिणाम सामने आएंगे और उनकी मांग मानी जाएगी. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अगर सरकार उनकी मांग नहीं मानती है तो आंदोलन को किस प्रकार से आगे बढ़ाना है, उसकी भी रूपरेखा तैयार कर ली गई है. मीटिंग के परिणाम आने के बाद आगे की रणनीति के अनुसार ही आंदोलन को आगे बढ़ाया जाएगा. अगर सरकार उनकी मांग मान लेती है तो वे अपनी हड़ताल को समाप्त कर काम पर लौट आएंगे.