Farmer Protest: हरियाणा के किसान एक बार फिर बड़े आंदोलन की तैयारी में हैं. संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) के नेतृत्व में अपनी मांगों को लेकर 26 नवंबर से किसान पंचकूला सेक्टर-5 धरनास्थल पर प्रदर्शन कर रहे थे, जो आज चंडीगढ़ कूच करने की तैयारी में हैं. वहीं अब प्रदर्शनकारी किसानों को प्रदेश के अन्य वर्गों का भी साथ मिलता नजर आ रहा है. हरियाणा के ग्रामीण सफाई कर्मचारियों ने भी किसानों को अपना समर्थन देने का ऐलान किया है, जिसके लिए वो पंचकूला कूच कर रहे हैं. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

आज पूरे हरियाणा के ग्रामीण सफाई कर्मचारी किसानों का समर्थन देने के लिए पंचकूला रवाना हो रहे हैं. इसी कड़ी में कैथल जिले के भी ग्रामीण सफाई कर्मचारी कैथल के पिहोवा चौक से बसों में भरकर पंचकूला की ओर रवाना हो गए. ग्रामीण सफाई कर्मचारियों का कहना है कि वह 10 अक्टूबर से लगातार हड़ताल पर हैं, लेकिन सरकार ने उनकी कोई सुनवाई नहीं की है. इसलिए हम अपनी आवाज उठाने और किसान-मजदूरों को समर्थन देने के लिए पंचकूला रवाना हो रहे हैं. किसानों का साथ मिलने से हमारी यूनियन भी और मजबूत होगी, किसान-मजदूर सभी संगठन एक साथ मिलकर अपने जिलों में हमारे धरना प्रदर्शन पर इकट्ठा होकर हमें समर्थन देंगे.


ये भी पढ़ें- Delhi Pollution: दिल्ली में बारिश भी नहीं कर पाई कमाल, आज भी इन इलाकों में प्रदूषण से हाल-बेहाल


ग्रामीण सफाई कर्मचारियों को कहना है कि 17 साल से हम काम कर रहे हैं, लेकिन अभी तक हम कच्चे हैं. इसलिए हमें पक्का किया जाए और सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार जब तक हमें पक्का नहीं किया जाता हमारा न्यूनतम वेतन 26,000 रुपए किया जाए. इसी मांग को लेकर हम पंचकूला में भी अपनी आवाज उठाएंगे, जिसमें हमें किसान-मजदूरों का भी समर्थन मिलेगा. 


चंडीगढ़ कूच करेंगे किसान
पंचकूला में किसानों के महापड़ाव का आज तीसरा और आखिरी दिन है. अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसान आज चंडीगढ़ कूच करेंगे और यहां राज्यपाल से मुलाकात करेंगे. किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए पंचकूला में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है. साथ ही लोगों को वैकल्पिक मार्गों से जाने की सलाह दी है. 


प्रदर्शनकारी किसानों की मांगे
मिनिमम सपोर्ट प्राइस (MSP) गारंटी कानून को लागू करने, किसान आंदोलन के दौरान किसानों पर दर्ज मुकदमों को वापस लेने, किसान आंदोलन के दौरान जिन किसानों की मौत हुई उनके परिवार के एक सदस्य को नौकरी और मुआवजा देने, पराली जलाने के कारण किसानों पर दर्ज हुए मामलों को वापस लेने, किसान पर बकाया कर्ज और बिजली बिल माफ करने, लखीमपुर खीरी मामले में किसानों को न्याय देने सहित कई मांगों को लेकर किसान प्रदर्शन कर रहे हैं. 


Input- Vipin Sharma