फतेहाबाद: ई-टेंडरिंग (E-Tendering) को लेकर सरपंचों और सरकार के बीच तानव बढ़ता ही जा रहा है. दोनों के बीच ये जंग थमने बढ़ती जा रही है. सरपंच एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष रणवीर समैण के गांव का एक प्रतिनिधिमंडल गांव में विकास के लिए पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली से मिला. सरपंच ने आज गांव में खुली ग्राम सभा की बैठक बुलाई और ग्रामीणों ने बैठक में अपनी समस्याएं बताई. जिसे हल करने का प्रयास किया जाएगा. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

मंत्री ने कहा आंदोलन के नाम पर 40-50 लोग घूम रहे हैं. सरपंच एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष ने मंत्री निशाना साधते हुए कहा कि पंचायती राज एक्ट की जानकारी नहीं है. साथ ही रणवीर सिंह ने मंत्री से मिलने गए ग्रामीणों को अवसरवादी बताया.


ये भी पढ़ें: Charkhi Dadri News: बाढड़ा अनाज मंडी पहुंचे कृषि मंत्री, बोले- किसानों को नहीं होने दी जाएगी कोई परेशानी


बता दें कि लंबे समय से ई-टेंडरिंग को लेकर सरपंचों और पंचायतमंत्री के बीच उत्पन्न हुआ गतिरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है. दोनों ओर से एक दूसरे पर जमकर निशाने साधे जा रहे हैं. सरपंच एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष रणवीर सिंह गिल के गांव का एक प्रतिनिधि मंडल गांव में विकास कार्यों की मांग को लेकर पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली से मिला. पंचायत मंत्री से मिलने पहुंचे प्रतिनिधि मंडल को मंत्री की ओर से आश्वास्त किया गया कि गांव में विकास कार्यों को रूकने नहीं दिया जाएगा. तो वहीं गांव के सरपंच रणवीर गिल द्वारा आज गांव में ग्राम सभा की खुली बैठक का आयोजन कर ग्रामीणों को बैठक में आने का न्यौता दिया. 


बैठक में ग्रामीणों के समक्ष आ रही समस्याओं को जाना गया. पंचायत मंत्री ने प्रतिनिधि मंडल को कहा कि वे पहले ही कह चुके हैं. जहां सरपंच काम नहीं कर रहे हैं. वहां गांव के मौजिज लोगों की एक कमेटी बनाकर गांव के विकास कार्यों को शुरू किया जा सकता है. उन्होंने आंदोलनरत सरपंचों पर निशान साधते हुए इसे राजनीति से प्रेरित बताया और कहा कि इस आंदोलन मात्र कुछ 40-50 लोग ही कर रहे हैं. उधर आज ग्राम सभा की बुलाई बैठक के दौरान गांव के सरपंच और सरपंच एसोसिएशन के प्रधान रणवीर सिंह गिल द्वारा भी पंचायत मंत्री निशाना साधा गया. 


रणवीर सिंह ने कहा कि पंचायतमंत्री के पास जो लोग मिलने के लिए गए थे वो अवसरवादी लोग हैं. अपने स्वार्थों के लिए कभी किसी के पास तो कभी किसी के पास जा बैठते हैं. गांव में विकास कार्यों के लिए कमेटियां गठित करने पर बोलते हुए उन्होंने पंचायतमंत्री देवेंद्र बबली को आड़े हाथ लिया और कहा कि पंचायतमंत्री को पंचायती राज एक्ट के बारे में जानकारी ही नहीं है. किसी भी कमेटी के गठन के लिए ग्राम पंचायत की बैठक बुलाई जानी आवश्यक है. रणवीर गिल ने कहा कि 16 अप्रैल को जींद में सरपंचों की बैठक है, उसमें आगामी रणनीति तैयार की जाएगी.


Input: अजय मेहता