हरियाणा सरकार सिखों के मामले में न करे दखलंदाजी, जगदीश झींडा ने लगाया ये बड़ा आरोप
झींडा ने कहा, पहले पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सिखों को कोई तवज्जो नहीं दी और अब मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भी हरियाणा कमेटी के लिए संघर्ष करने वाले लोगों को कमेटी में शामिल नहीं किया है.
दर्शन कैत/कुरुक्षेत्र: हरियाणा गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) के संस्थापक जगदीश सिंह झींडा ने प्रदेश सरकार पर नाइंसाफी करने का आरोप लगाया. ऐतिहासिक गुरुद्वारा छठी पातशाही में बैठक के बाद उन्होंने कहा कि उन्होंने इस्तीफा जरूर दिया है, मगर सोमवार को श्री दमदमा साहिब में जाकर श्री दमदमा साहिब के तख्त के जत्थेदार से मिलेंगे और सारे मामले से उन्हें अवगत कराएंगे कि हरियाणा में किस तरह से सिखों के साथ नाइंसाफी हो रही है.
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उन्होंने बताया कि 21 दिसंबर को कुरुक्षेत्र के डीसी ने प्रदेश सरकार द्वारा हरियाणा गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमेटी के चुने हुए सभी प्रतिनिधियों की बैठक बुलाई है, जिसमें अलग प्रधान चुना जाएगा, कुछ ऐसा फैसला भी लिया जा सकता है, मगर जगदीश सिंह झींडा ने कहा कि वह इस बैठक में शामिल नहीं होंगे.
उन्होंने कहा कि पहले हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सिखों को कोई तवज्जो नहीं दी और अब मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भी हरियाणा कमेटी के लिए संघर्ष करने वाले लोगों को इस कमेटी में शामिल नहीं किया है. उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार सिखों के मामले में दखलंदाजी न करे. इस दौरान झींडा ने ने बलजीत सिंह दादूवाल पर भी आरोप लगाए.