Jhajjar News: मंगलवार को हरियाणा की राजनीति में बड़ा फेरबदल हुआ. जहां लोकसभा चुनाव के बीच नायब सिंह सैनी सरकार  के तीन निर्दलीय विधायकों ने अपना समर्थन कांग्रेस को देने का ऐलान कर दिया है. इसके बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष उदयभान ने कहा था कि हरियाणा सरकार अल्पमत में आ गई है. वहीं कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लागू करने और जल्द विधानसभा चुनाव कराने की मांग रख दी है. 


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इसी कड़ी में बुधवार को पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और उनके बेटे सांसद दीपेंद्र हुड्डा द्वारा हरियाणा में राष्ट्रपति शासन लागू किए जाने की मांग पर भाजपा सांसद डॉ. अरविंद शर्मा ने बड़ी ही बेबाकी से जवाब दिया है. उन्होंने कहा है कि हरियाणा की नायब सैनी सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी और फ्लोर टेस्ट में ही यह पता चल जाएगा कि कौन किसके साथ है. डॉ. अरविंद शर्मा ने यह बात बादली हलके के चुनावी दौरे के दौरान मीडिया से कही.


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अरविंद शर्मा ने कहा कि हरियाणा में नायब सैनी सरकार पहले अपना कार्यकाल पूरा करेगी और उसके बाद हरियाणा में विधानसभा चुनाव होंगे. फिलहाल सरकार के पास अपना पूर्ण बहुमत है. तीन निर्दलीय विधायकों द्वारा हरियाणा की भाजपा सरकार से समर्थन वापस लेकर कांग्रेस को अपना समर्थन देने पर अरविंद शर्मा ने कहा कि इन तीन विधायकों को यह पता चल चुका था कि आने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा से इनको टिकट नहीं मिलेगा, इसीलिए इन्होंने विरोध का रास्ता चुना और अपना समर्थन कांग्रेस पार्टी को देने का फैसला किया.


वहीं इसको लेकर हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने ज़ी मीडिया से बातचीत में कहा कि मुझे टीवी चैनल और अखबारों के माध्यम से जानकारी मिली है. लिखित में कोई जानकारी नहीं है. उन्होंने कहा कि जब अविश्वास पस्ताव आता है, उसके 6 महीने बाद ही अविश्वास पस्ताव लाया जा सकता है. विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि सरकार अल्पमत में है. यह नहीं कहा जा सकता कि सरकार इंटेक्ट है. वहीं इसको लेकर सेशन बुलाने पर उन्होंने कहा कि राज्यपाल फैसला जो फैसला करेंगे, वहीं मान्य होगा. 


Input: सुनिल कुमार