Haryana New DGP: हरियाणा को नया डीजीपी (DGP) मिल गया है. शत्रुजीत सिंह 1990 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं. शत्रूजीत कपूर इससे पहले एंटी करप्शन ब्यूरो के डीजी के पद पर तैनात थे. हरियाणा पुलिस में उनकी छवि एक तेजतर्रार और सख्त अफसर की रही है. इस पद के लिए उनका नाम पहले से ही सबसे आगे माना जा रहा था. इतना ही नहीं शत्रूजीत कपूर को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल का विश्वसनीय माना जा रही है.‌


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साथ ही प्रदेश के गृह मंत्री अनिल विज से भी उनका बेहतर सामंजस्य है. हरियाणा के जींद से ताल्लुक रखने वाले शत्रुजीत कपूर ने बिजली वितरण निगम के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक के तौर काफी अच्छा काम किया था. इसके बाद ही सरकार ने उन्हें स्टेट विजिलेंस ब्यूरो (अब एंटी करप्शन ब्यूरो) का डीजी बनाकर नई जिम्मेदारी दी थी. इतना ही नहीं वे परिवहन विभाग में भी काम कर चुके हैं. तब उन्होंने बिजली निगमों के बाद परिवहन निगम को घाटे से उबारने की कोशिश की थी. उन्होंने अपने काम से अलग पहचान बनाई, जिसकी बदौलत उन्हें डीजीपी की जिम्मेदारी दी गई.


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जानें, क्यों अनिल विज ने किया था विरोध


हरियाणा सरकार ने सितंबर, 2021 में जब शत्रुजीत कपूर को परिवहन विभाग की कमान सौंपी थी तो हरियाणा गृह मंत्री अनिल विज की आपत्ति सामने आई थी. विज की दलील थी कि जो पुलिस ऑफिसर दूसरे कामों में लगें उन्हें वापस लाकर पुलिसिंग में लगाया जाए. तब हरियाणा के वरिष्ठ आईएएस अशोक खेमका का विरोध भी सामने आया था, हालांकि बाद में अनिल विज यह कह दिया था कि मुख्यमंत्री सर्वेसर्वा हैं वे कोई भी निर्णय ले सकते हैं.


दो साल तक रहेंगे इस पद पर तैनात


शत्रुजीत सिंह कपूर हरियाणा पुलिस महानिदेशक के रूप में दो साल तक नियुक्त रहेंगे. इसी के साथ शत्रुजीत सिंह कपूर के एजुकेशन की बात करें तो उन्होंने बी.टेक (मैकेनिकल इंजीनियरिंग) किया हुआ है. मूल रूप से वो हरियाणा के जींद के रहने वाले हैं. 1966 में जन्म हुआ है. 31 अक्टूबर, 2026 को रिटायर होंगे. वे डीजीआई, आईजी और एडीजीपी भी रहे हैं.


(इनपुटः दिव्या राणा)