Haryana News: झज्जर में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ के कार्यालय के पास आशा वर्करों के धरने का आज दूसरा दिन है. रातभर आशा वर्करों ने ओमप्रकाश धनखड़ के कार्यालय से कुछ ही दूरी पर प्रदर्शन किया. आशावर्कर्स ने यहां महापड़ाव डाला और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. हालांकि सरकार ने एक बार फिर से आशावर्करों को बातचीत के लिए न्योता भेजा है. मगर आशा वर्करों का कहना है कि उन्हें नहीं लगता है कि इस बातचीत में भी सरकार उनकी समस्याओं का समाधान करने वाली है.


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संसद मार्च करने का ले सकती हैं फैसला
दरअसल पिछले 74 दिनों से अपनी 10 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदेशभर की करीब 22000 आशा कर्मी धरना प्रदर्शन कर रही हैं और हड़ताल पर बैठी हुई हैं, लेकिन सरकार उनकी मांगों की तरफ ध्यान नहीं दे रही है. झज्जर में धरना दे रही आशा वर्करों का कहना है कि सरकार उन्हें कमजोर समझ रही है। लेकिन जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होगीं, तब तक वह इसी तरह धरना प्रदर्शन जारी रखेंगी. इतना ही नहीं आशा वर्करों ने 30 अक्टूबर के दिन दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना देने कीभी बात कही है. इतना ही नहीं उनका कहना है कि वह संसद मार्च करने का भी फैसला ले सकती हैं. 


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सरकार ने अबतक नहीं दी है मंजूरी
बहरहाल, आशा वर्करों का गुस्सा शांत होने का नाम नहीं ले रहा. वहीं अब देखना होगा कि सरकार और आशा वर्कर यूनियन के बीच होने वाली बातचीत में किसी तरह का कोई समाधान निकलकर सामने आता भी है या नहीं. हरियाणा में आशा वर्कर्स अपनी मांगों को लेकर पिछले 74 दिनों से धरने पर बैठी हैं. उनका आरोप है कि अभी तक सरकार ने उनकी मांगों को मंजूरी नहीं दी है. 


INPUT- SUMIT TARAN