Haryana News: हरियाणा सरकार ने स्वतंत्रता सेनानियों और उनके आश्रितों, आपातकाल की सेनानियों और हिंदी आंदोलन के सेनानियों की पेंशन में बढ़ोतरी की है. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए गोहाना से कांग्रेस विधायक जगबीर मलिक ने कहा कि सरकार सेनानियों के नाम पर महज दिखावा कर रही है और यह श्रेय लेने की कोशिश है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में ऐसे सेनानियों की संख्या बहुत कम बची है. सरकार उनके नाम पर वाहवाही लूटना चाहती है. 


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जहां तक बात आपातकाल के सेनानियों की है तो मैं कहना चाहता हूं कि जिस आपातकाल को लेकर भाजपा कांग्रेस पर सवाल उठाती है. वह मुद्दा तो खत्म हो चुका है. लोगों ने कांग्रेस को उसकी सजा दी और बाद में कांग्रेस ने फिर से अपनी सरकार बनाई. असली आपातकाल तो भाजपा ने देश में लगाया हुआ है. यह अघोषित आपातकाल है, जिसमें कोई भी व्यक्ति सरकार के खिलाफ आवाज नहीं उठा सकता. जो ऐसा करता है उसे जेल में डाल दिया जाता है. मनीष सिसोदिया और अरविंद केजरीवाल को जेल में डाल दिया गया है. 1975 के आपातकाल के दौरान जो लोग जेल में गए थे, कुछ दिन के बाद वह बाहर भी आ गए थे. मगर आज भाजपा सरकार जिसको जेल में डालती है उसे बाहर नहीं आने देती. 


सरकार ने हिंदी आंदोलन के सेनानियों की पेंशन की बढ़ाई है, लेकिन हिंदी आंदोलन का तो शायद ही कोई सेनानी इस समय प्रदेश में बचा होगा. वहीं सीईटी का परिणाम जारी करने को लेकर उन्होंने कहा कि एक तरफ तो मुख्यमंत्री कहते हैं कि वह सामाजिक और आर्थिक आधार पर अंक देने के लिए विधानसभा में कानून लेकर आएंगे. दूसरी ओर परीक्षा परिणाम जारी किया जा रहा है. इस परिणाम में जो बचे उन पांच अंकों की वजह से रह गए फिर भविष्य में उन बच्चों का क्या होगा. उनको तो नौकरी नहीं मिलेगी. अगर सरकार कानून लाना चाहती है तो यह परिणाम भी कानून लाने के बाद घोषित करना चाहिए था. 


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भाजपा सरकार इस तरह से भर्ती करती है, जिसमें बहुत से मेरिट वाले बच्चों का नंबर नहीं लगता. फिर वह बच्चे कोर्ट में चले जाते हैं और भर्ती रद्द हो जाती है. सरकार ऐसे काम क्यों करती है जिससे भर्ती रद्द हो.  जिन बच्चों के नंबर होते हुए भी भर्ती नहीं हो पाती, वहीं बच्चे कोर्ट का रुख करते हैं. इसमें कांग्रेस या किसी अन्य ज्ञान की बात कहां से आ गई. कांग्रेस का इसमें कोई हाथ नहीं है.


किरण चौधरी पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि आज किरण चौधरी नौकरियों को लेकर कांग्रेस पर आरोप लगा रही है. हम पर आरोप लगाने से अच्छा वह यह बताएं कि उन्होंने कांग्रेस में रहते हुए कितने लोगों की नौकरी पैसे लेकर लगवाई है. अगर कांग्रेस सरकार में नौकरियों को लेकर किरण चौधरी को अपनी आवाज उठानी होती तो चुप नहीं बैठती. मगर उन्होंने तब ऐसा कोई बयान नहीं दिया और आज वह कांग्रेस पर सवाल उठा रही हैं. 


जगबीर मलिक ने कहा कि मुख्यमंत्री विधानसभा में सामाजिक आर्थिक आधार पर पांच अंको को लेकर कानून लाना चाहते हैं. अगर सरकार ऐसा करेगी तो हम सरकार का साथ देंगे. क्योंकि हम चाहते हैं कि ज्यादा ज्यादा युवाओं को नौकरी मिले. 


Input: Vijay Rana 


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