Haryana News: 5 वर्ष की उम्र में उठा पिता का साया, आंगनबाड़ी में काम करके मां ने बेटी को बना दिया SDM
Haryana News: पानीपत की शिवानी पांचाल ने 24 वर्ष की उम्र में HPSC की परीक्षा पास कर गांव और जिले का नाम रोशन किया है. उनकी मां आंगनबाड़ी वर्कर हैं. शिवानी ने गुरुग्राम में 2 साल तक नौकरी की. इस दौरान ही उन्होंने परीक्षा की तैयारी की थी.
Haryana News: महज 24 वर्ष की उम्र में ही भोड़वाल माजरी की रहने वाले शिवानी पांचाल ने HPSC की परीक्षा बीसीए कैटेगरी में प्रथम स्थान लेकर गांव का ही नहीं बल्कि जिले का नाम रोशन किया है. वो SDM बन सकती हैं. परीक्षा का परिणाम आते ही शिवानी और परिजनों के पास बधाई देने वालों के फोन आने शुरू हो गए. शिवानी पांचाल की मां सविता जो आंगनबाड़ी वर्कर हैं उन्होंने अपनी बेटी को खूब आशीर्वाद दिया. शिवानी पांचाल ने बताया कि पांच साल की उम्र में ही उनके सिर से पिता का साया उठ गया था. तब वह दूसरी कक्षा में पढ़ती थीं. पिता के जाने के बाद मां ने घर को संभाला और उनकी पढ़ाई और परवरिश की. उनके चाचा ने भी उनके परिवार की काफी मदद की.
गुरुग्राम में की नौकरी
शिवानी ने बताया कि नर्सरी से लेकर 12वीं तक की पढ़ाई उन्होंने चंदन बाल विकास स्कूल आट्टा से की. 2017 से 2021 बीटेक एनआईटी कुरुक्षेत्र से की. इसके बाद जॉब जेएसडब्ल्यू (स्टील) गुरुग्राम में दो साल 2021 से जून 2023 तक जॉब कीं. जॉब के साथ ही उन्होंने एचपीएससी परीक्षा की तैयारी की.
मां ने दिया प्रेरणा
शिवानी ने कहा कि मां से उन्हें नैतिक और मानसिक रूप से बहुत सहयोग मिला. वो जब भी थक-हार जाती थीं तो मां उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरणा देती थीं. उन्होंने बताया कि उनका बचपन से डीसी बनने का सपना था. वो जब भी अपने दादाजी के साथ बैठती थीं तो वो हमेशा कहते थे डीसी सबसे बड़ा होता है. उन्होंने कहा, इसके बाद ही मुझे लगा कि मुझे सिविल सर्विसेज की तैयारी करनी चाहिए. उन्होंने बताया कि एचसीएस की कोचिंग कहीं से नहीं ली, लेकिन इंटरव्यू की तैयारी जरूर की थी. वहीं, यूपीएससी की तैयारी के लिए वो इंटरनेट की मदद से टॉपर्स का अनुसरण कर रही हैं.
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मैराथन है सिविल सर्विसेज
शिवानी ने बाकी के युवाओं को टिप्स देते हुए कहा, जो सिविल सर्विसेज में सफलता हासिल करना चाहते हैं उन्हें धैर्य और अनुशासन धारण करना चाहिए क्योंकि यह मैराथन दौड़ है. आपको अपनी रफ्तार बनाए रखनी होगी. उसके लिए सहनशील होना बहुत जरूरी है. आपको लगातार 7 से 8 घंटे पढ़ाई करनी बहुत जरूरी है. वहीं, शिवानी के भाई ने कहा कि आज बहुत गर्व महसूस हो रहा है. बचपन से ही मेरी बहन ने पढ़ाई-लिखाई में मेरी मदद की है. मेरे लिए उन्होंने शिक्षक के रूप में कार्य किया है. एचसीएस का परिणाम आने के बाद काफी खुशी हुई.