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Haryana News: हरियाणा में पिछले 16 दिनों से ग्राणीण सफाईकर्मी हड़ताल पर चल रहे हैं. उनका कहना है कि उन्हें स्थाई सफाई कर्मियों के अनुसार वेतन नहीं मिल पा रहा है. सफाई कर्मचारियों की सरकार से कई मांगे की हैं, जिनमें न्यूनतम वेतन 28 हजार करना और इत्यादी मांगें शामिल हैं. 


सरकार पर लगाया अनदेखी का आरोप
बीते 10 अक्टूबर से ग्रामीण सफाई कर्मचारी अपनी वेतन भी विसंगतियों को दूर करने की मांगों को लेकर हड़ताल पर बैठे हैं और धरने दे रहे हैं. ग्रामीण सफाई कर्मचारियों की मांग है कि पिछले 17 वर्षों से काम में लगे होने के बावजूद भी सरकार उनकी अनदेखी कर रही है और उन्हें स्थाई कर्मचारियों के समान वेतनमान नहीं दिया जा रहा.


सुनवाई नहीं कर रही है सरकार
हड़ताल पर बैठे ग्रामीण सफाई कर्मचारियों की मांग है कि उनकी ड्रेस, एरियर और वेतन बढ़ोतरी की मांग को जल्द से जल्द पूरा किया जाए. महेंद्रगढ़ जिले के ग्रामीण सफाई कर्मचारी आज करनाल के लिए रवाना हुए. सफाई कर्मचारियों ने सरकार पर अनदेखी का आरोप लगाते हुए कहा कि गूंगी-बहरी सरकार उनकी कोई सुनवाई नहीं कर रही है. 


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कई मांगों को लेकर दे रहे हैं धरना
आपको बता दें कि ग्रामीण सफाई कर्मचारियों की मुख्य मांगों में कई चीजें शामिल हैं. जैसे, उनकी मांग है कि उन्हें सरकारी कर्मचारियों का दर्जा दिया जाए. न्यूनतम वेतन 28000 रुपए लागू करने, वर्दी भता देने, वेतनमान हर महीने समय पर डालने, सुरक्षा के उपकरण प्रदान करने, पीछला बकाया एरियर का भुगतान करने, रिटायरमेंट पर एक मुस्त 10 लाख रुपए की भुगतान करने आदि मांगों की ओर सरकार का ध्यान आकर्षित कर रहे हैं.


सरकार ने नहीं पूरे किए वादे
बता दें कि बीते दिनों झज्जर जिले के कई जगहों पर सफाई कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर सरकार को अपना विरोध दर्ज कराया. इस दौरान उन्होंने अपनी मांगों को लेकर सरकार का पुतला दहन भी किया. उनका आरोप है कि सरकार ने सफाई कर्मचारियों को लेकर चुनाव के वक्त कई वादें किए थे, लेकिन 9 साल बीत जाने के बाद भी सरकार ने उनसे की गई वादों को पूरा नहीं किया है. 


INPUT- KARAMVIR SINGH