चंडीगढ़: हरियाणा में रविवार को जिला परिषद और पंचायत समितियों के रिजल्ट का ऐलान किया गया. इसी के साथ राज्य में शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव की प्रक्रिया संपन्न हुई. इस बारे में राज्य निर्वाचन आयुक्त धनपत सिंह ने बताया कि राज्य में 143 पंचायत समितियों के 3081 सदस्यों में से 117 पहले ही सर्वसम्मति से चुन लिये गए थे. शेष 2,964 सदस्यों के लिए 11,888 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा था. साथ ही  22 जिला परिषदों के 411 सदस्यों के लिए 3072 उम्मीदवार चुनावी मैदान में थे. 


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राज्य में पंचायती राज संस्थाओं के आम चुनाव 2022 की मुख्य बातें


कुल ग्राम पंचायतें- 6,221


चुनाव हुये - 6,220
ग्राम पंचायत संभालका खण्ड लाडवा जिला कुरूक्षेत्र का कार्यकाल फरवरी 2023 में पूर्ण होगा. वहां पर चुनाव उसके पूर्ण होने के बाद कराए जाएंगे.


सरपंच पद के लिए जहां कोई नामांकन प्राप्त नहीं हुये- 8


निर्विरोध/सर्वसम्मति से चुने गये सरपंचों की संख्या- 284


उच्च न्यायालय में दायर याचिका के कारण जिन ग्राम पंचायतों में सरपंच के चुनाव नहीं हुये- 4


कुल पंचों की संख्या- 61,985


पंच पद के लिए जहां कोई नामांकन प्राप्त नहीं हुये- 1,755


निर्विरोध/सर्वसम्मति से चुने गये पंचों की संख्या- 40,092


उच्च न्यायालय में दायर सिविल याचिका के कारण जिन ग्राम पंचायतों में पंचों के चुनाव नहीं हुये- 2


पंचायत समितियों के कुल सदस्य- 3081


निर्विरोध/सर्वसम्मति से चुने गये सदस्य- 117


धनपत सिंह ने बताया कि राज्य में पंचायती राज संस्थाओं के तीनों स्तर यानि ग्राम पंचायत, पंचायत समिति और जिला परिषद के पिछले आम चुनाव दिसम्बर 2015 में हुये थे. सरपंच, पंच, जिला परिषद और पंचायत समिति के सदस्यों के शपथ ग्रहण के बाद पहली बैठक 16 फरवरी 2016 को हुयी थी. इनका पांच वर्ष का कार्याकाल 15 फरवरी 2021 को पूर्ण हो गया था, लेकिन कोविड -19, किसान आंदोलन और फिर पंजाब एंव हरियाणा उच्च न्यायालय में दायर सविल रिट याचिकाओं के कारण चुनाव समय पर नहीं करवाये जा सके. 


राज्य निर्वाचन आयोग ने अक्टूबर 2022 में पंचायती राज संस्थाओं के आम चुनावों की घोषणा की. साथ ही चुनाव तीन चरणों में करवाये जाने का कार्यक्रम भी जारी किया. पहले चरण में 9 जिले- भिवानी, झज्जर, जींद, कैथल, महेन्द्रगढ़, नूहं, पंचकूला, पानीपत और यमुनानगर में 30 अक्तूबर 2022 को पंचायत समितियों और जिला परिषदों के सदस्यों के लिये तथा 2 नवम्बर 2022 को इन जिलों में ग्राम पंचायतों के पंचों एवं सरपचों के चुनाव के लिए मतदान हुआ.


दूसरे चरण में 9 जिले- अंबाला, चरखी दादरी, गुरूग्राम, करनाल, कुरूक्षेत्र, रेवाड़ी, रोहतक, सिरसा तथा सोनीपत में पंचायत समितियों और जिला परिषदों के सदस्यों के चुनाव के लिये 9 नवम्बर 2022 को और इन जिलों की सभी ग्राम पंचायतों के पंचों और सरपंचों के लिये 12 नवम्बर 2022 को मतदान हुआ.


27-28 अक्टूबर 2022 को फरीदाबाद में सभी राज्यों के गृह मंत्रियों के शिखर सम्मेलन और 3 नवंबर को आदमपुर विधानसभा के उप-चुनाव के कारण फरीदाबाद, पलवल, हिसार तथा फतेहाबाद जिलों में पंचायती राज संस्थाओं के चुनावों को तीसरे चरण में रखा गया. इन चारों जिलों में पंचायत समितियों और जिला परिषद के सदस्यों के लिये मतदान 22 नवम्बर 2022 को हुआ और इन जिलों की ग्राम पंचायतों के पंच और सरपंच के लिये 25 नवम्बर 2022 को मतदान किया गया. 


27 नवंबर को राज्य के सभी 22 जिलों के लिये जिला परिषद के 411 सदस्यों तथा 143 खण्डों में पंचायत समितियों के 2964 सदस्यों के चुनाव के लिये मतों की गिनती हुई. लंबे इंतजार के बाद राज्य में ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को ग्राम पंचायत, पंचायत समिति और जिला परिषद के उम्मीदवारों को चुनने का मौका मिला. सभी निर्वाचित प्रत्याशियों के नाम का नोटिफिकेशन हरियाणा राज्य सरकारी गज़ट में विधिवत रूप से 30 नवंबर 2022 से पहले जारी कर दी जाएगी. 


राज्य में पंचायत समिति के चेयरमैन और जिला परिषद के अध्यक्ष का चुनाव प्रत्यक्ष रूप से नहीं होता. पंचायत समिति के लिये चुने गये सदस्यों में से पंचायत समिति के चेयरमैन का चुनाव होगा. इसी प्रकार जिला परिषद के लिये चुने गये सदस्यों द्वारा ही जिला परिषद अध्यक्ष का चुनाव किया जाएगा.


पंच और सरपंच का चुनाव किसी भी राजनैतिक दल ने अपने चुनाव चिन्ह पर नहीं लड़ा. पंचायत समिति में कुछ जिलों में बसपा,इंडियन नेशनल लोकदल तथा CPIM ने कुछ वार्डों में अपने उम्मीदवा खड़े किये थे. जिला परिषदों के सदस्यों के लिये सभी राजनैतिक दलों ने कुछ वार्डों में अपने उम्मीदवारों को पार्टी के चुनाव चिन्ह पर खड़ा किया था. 


22 जिला परिषदों की कुल 411 सीटों के लिये कुल 3072 उम्मीदवार मैदान में थे, जिसमें AAP-114, BJP-102, BSP-71, इंडियन नेशनल लोकदल-98, CPIM-4 और JJP- 2 से संबंधित थे. इसी तरह पंचायत समिति में 2964 सदस्यों के लिये कुल 11888 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा था, जिसमे BSP-46, इंडियन नेशनल लोकदल -2 से संबंधित थे. अन्य सभी उम्मीदवार आजाद थे.