Haryana News: हाल ही में हरियाणा के यमुनानगर और अंबाला में जहरीली शराब पीने की वजह से कई लोगों की मौत की खबर सामने आई, जिसके बाद से पुलिस एक्शन मोड में नजर आ रही है. आज यमुनानगर पुलिस ने  30 लीटर लाहन (कच्ची शराब) के साथ एक युवक को गिरफ्तार किया तो वहीं अंबाला पुलिस ने भी जहरीली शराब बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है. 


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यमुनानगर में बरामद हुई कच्ची शराब
नकली शराब के सेवन से हुई मौतों के बाद अब प्रशासन अवैध शराब पर सख्ती बरत रहा है, जिसको लेकर हर दिन जगह-जगह छापेमारी कर अवैध शराब बेचने वालों को पकड़ा जा रहा है. इसी कड़ी में रादौर पुलिस ने गांव बापा से कच्ची शराब तैयार करते हुए एक व्यक्ति को करीब 30 लीटर लाहन के साथ पकड़ा है. फिलहाल पुलिस ने आरोपी के विरुद्ध एक्साइज एक्ट में मामला दर्ज कर कार्यवाई शुरू कर दी है.


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मामले की जानकारी देते हुए जांच अधिकारी जसबीर सिंह ने बताया कि उन्हें गुप्त सूचना मिली थी कि गांव बापा में एक व्यक्ति कच्ची शराब बनाने का कार्य करता है. सूचना के बाद जब वो गांव पहुंचे तो गांव के जगमीत सिंह अपने घर के आंगन में रखे एक ड्रम में कच्ची शराब का लाहन तैयार कर रहा था. इसके बाद पुलिस टीम ने मौके से 30 लीटर लाहन व अन्य सामान बरामद किया है.


अंबाला में जहरीली शराब बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश
अंबाला पुलिस ने भी जहरीली शराब बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है, साथ ही इस गिरोह के 12 लोगों को काबू किया है. गिरफ्तार आरोपियों में से ज्यादातर अपराधिक प्रवृत्ति के हैं, शराब बनाने से लेकर सप्लाई करने तक जो भी लोग इसमें शामिल हैं सभी पुलिस के हत्थे चढ़ चुके हैं. फिलहाल पुलिस मामला दर्ज कर सभी पर उचित कार्रवाई कर रही है. 


इस मामले की जानकारी देते हुए अंबाला एसपी जशनदीप सिंह रंधावा ने बताया की अंबाला सीआईए1 और सीआईए 2 टीम के नेतृत्व में मामले की तेजी से जांच की गई, जिसमें कुछ आरोपियों को पहले काबू किया गया और अब जहरीली शराब बनाने वाले 12 लोगों के गैंग का पर्दाफाश किया है. आरोपियों में अंकित उर्फ मोगली, मोनू राणा, पुनीत, फैक्ट्री में काम कर रहे शेखर, प्रवीण, सौरभ व ऑनर उत्तम सहित कई लोग शामिल हैं. 


गिरफ्तार आरोपियों में ज्यादतार अपराधिक प्रवृत्ति के हैं और पहले भी आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त पाए गए हैं. मोगली पहले भी नकली शराब बनाने जैसे मामले में संलिप्त रहा है, जिसकी इस गैंग में अहम भूमिका है. शराब की नकली फैक्ट्री मोगली और उसके साथियों के सहयोग द्वारा लगाई गई थी. नकली शराब में इस्तेमाल होने वाली सामग्री जैसे इथेनॉल व ड्रम करनाल से लेकर आए गए थे व बोतलें कला आम से लाई गई थीं, वहीं उन बोतलों पर लगाई जाने वाले स्टीकर रविंदर उर्फ बबलू से बनवाए गए थे. करनाल से दीपा नामक युवक ने इथेनॉल व 10 ड्रम उपलब्ध करवाए थे, दीपा सैनिटाइजर बनाने वाली फैक्ट्री में भी काम कर चुका है. मोगली पर पहले भी कई मुकदमे दर्ज हैं.  गिरोह के तीन से चार युवक यमुनानगर पुलिस की कस्टडी में है, अपराधियों से पूछताछ में यदि और भी किसी का नाम सामने आता है उस पर भी कार्यवाही की जाएगी.