Haryana News: अपनी मांगों को लेकर सड़क पर उतरे राशन डिपो संचालक, शहर में प्रदर्शन करते हुए लघु सचिवालय पर पहुंचे. मांगों के समर्थन में उन्होंने ज्ञापन भी सौंपा. उन्होंने कहा, मांगें पूरी नहीं हुईं तो आंदोलन को और तेज करेंगे. उनकी मुख्य मांगों में 30 हजार रुपए न्यूनतम मानदेय, 50 हजार रुपए मासिक आय की गारंटी, 60 वर्ष से ऊपर के डिपो धारकों के लाईसेंस रिन्यू करने का फैसला वापिस लिया जाए, कोरोना काल में जान गंवाने वाले डिपो धारकों के परिवार वालों को 50 लाख रुपए दिए जाने की मांग शाामिल है.


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आज सड़क पर उतर आए डिपो धारक
अपनी मांगों को लेकर 1 जनवरी से हड़ताल पर चले आ रहे राशन डिपो धारक आज सड़क पर उतर आए. डिपो धारकों ने शहरभर में प्रदर्शन किया और नारेबाजी करते हुए वो लघु सचिवालय पहुंचे. लघु सचिवालय में तहसीलदार के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपा. डिपो धारकों का कहना था कि सरकार एक तरफ उन्हें कर्मचारी नहीं मानती. वहीं, दूसरी और उनके रिटायरमेंट की उम्र 60 वर्ष कर दी गई है.


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"60 साल से अधिक के डिपो धारकों की लाईसेंस नहीं किए जा रहे रिन्यू"
यानी 60 वर्ष से ऊपर के डिपो धारकों के लाईसेंस रिन्यू नहीं किए जा रहे, जो सरासर अन्यायपूर्ण है. प्रदर्शन कर रहे डिपो संचालकों ने सरकार से डिपो संचालकों को न्यूनतम 30 हजार रुपए मानदेय दिए जाने, 50 हजार रुपए मासिक आय की गारंटी देने, सरकार द्वारा लागू श्रम कानून एवं सुविधाएं मुहैया करवाने और कोरोना काल में जान गंवाने वाले डिपो धारकों के परिजनों को 50 लाख रुपए सहायता दिए जाने की मांग की. डिपो संचालकों ने कहा कि सरकार के समक्ष वे कई बार अपनी मांग रख चुके हैं. मगर सरकार उनकी मांगों की ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा. अगर सरकार का रवैया यही रहा तो वो अपने आंदोलन को तेज करेंगे. उन्होंने कहा कि 10 जनवरी से जिलास्तर पर धरने भी शुरु किए जाएंगे और हड़ताल के दौरान राशन वितरण का काम पूरी तरह से ठप रखा जाएगा.


INPUT- AJAY MEHTA