शिक्षा बचाओ स्कूल बचाओ अभियान: हरियाणा सरकार के खिलाफ शिक्षकों के 5 जत्थे करेंगे पूरे प्रदेश में रैली
29 दिसंबर को हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ शिक्षा बचाओ स्कूल बचाओ अभियान के तहत 29 दिसंबर को रैली करने जा रहा है. वहीं इस दौरान किसान, मजदूर और अभिभावक रैली में मौजूद रहेंगे.
रोहित कुमार/हिसार: हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ शिक्षा बचाओ स्कूल बचाओ अभियान के तहत 29 दिसंबर को जींद में विशाल रैली करेगा. रैली की तैयारी के लिए पूरे प्रदेश में 5 जत्थे चलाए जाएंगे. अध्यापकों के साथ-साथ किसान, मजदूर, अभिभावक, नौजवानों की नुक्कड़ सभाओं के माध्यम से रैली में पहुंचने की अपील करेंगे. सिरसा से हिसार पहुंचे जत्थे ने मिनी सेक्ट्रिएट के सामने जन जागरण अभियान चलाया और लोगों को रैली के लिए निमंत्रण दिया.
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हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ शिक्षा के सवाल पर सरकार से अपनी नाराजगी को रैली के माध्यम से आम जनता के बीच में ले जाने की तैयारी कर रहा है. रैली की तैयारी के लिए पूरे प्रदेश में पांच जत्थे चलाए जाएंगे. फिलहाल जन जागरण अभियान चलाकर आम जनता को भी शिक्षा बचाओ स्कूल बचाओ रैली के लिए निमंत्रण दे रहे हैं. ऐसे में सिरसा से चलकर जन जागरण जत्था हिसार पहुंचे और मिनी सेक्ट्रिएट के सामने शिक्षा नीति को लेकर सरकार से अपनी नाराजगी जताई.
वहीं हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ के चिरंजी लाल ने कहा कि नई शिक्षा नीति शिक्षा के निजीकरण और ऑनलाइन शिक्षा को बढ़ावा देने की बात करती है. हरियाणा सरकार उसे 2025 तक लागू करना चाहती है. इससे जन शिक्षा बर्बाद होगी और बहुत बड़ी संख्या में गरीब बच्चे शिक्षा से वंचित रहेंगे. उन्होंने अतिथि अध्यापकों, अस्थाई शिक्षकों और पार्ट टाइम कर्मचारियों को नियमित करते हुए शेष खाली पदों को स्थाई भर्ती के माध्यम से भरने की मांग की. साथ ही हरियाणा कौशल रोजगार निगम से भी अपनी नाराजगी जताई.
जिला सचिव पवन कुमार जिस प्रकार हरियाणा सरकार चिराग योजना, स्कूल मर्जर के माध्यम से स्कूलों को बंद कर रही है. इसके तहत विशेषकर 8वीं कक्षा तक के लड़कियों के स्कूल पूरे प्रदेश में बंद कर दिए गए हैं. हरियाणा सरकार नई शिक्षा नीति के तहत शिक्षा के निजीकरण की तरफ तेजी से आगे बढ़ रही है. इसके परिणाम स्वरूप शिक्षकों को कौशल रोजगार निगम के माध्यम से फिक्स वेतन पर भर्ती करना अध्यापकों को बंधुआ मजदूर बनाने के समान है. इन सब के विरोध में पूरे प्रदेश में 5 जत्थों के माध्यम से जन जागरण अभियान चलाया गया है. फिलहाल 29 दिसंबर की रैली के बाद आगे की रणनीति का खुलासा किया जाएगा.