राजेश खत्री/ नई दिल्ली: सोनीपत जिला के गोहाना क्षेत्र में गांव छपरा से सरकारी गेहूं को राशन डिपो से निकालकर गायब करने का मामला सामने आया है. चिंता का विषय है कि गांव में डिपो संचालक सरकारी गेहूं को गरीब लोगों को न देकर अलग से बेचने का कदम उठा रहा था, जिसको ग्रामीणों ने ही पकड़ा लिया. आरोप है कि डिपो संचालक लोगों का अंगूठा लगवा लेता था, लेकिन गेहूं पूरा नहीं देता था. ग्रामीणों द्वारा इससे संबंधित पहले भी सीएम विंडो पर शिकायत दर्ज करवाई थी. फिलहाल पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

सरकारी अनाज जो गरीबों को वितरण किया जाना था, उसको डिपो संचालक ने ही गायब करने का कारनामा कर दिखाया है. मामला हरियाणा में सोनीपत के गोहाना क्षेत्र में गांव छपरा से सामने आया है. जहां एक ग्रामीण ने ने गांव में मौजूद राशन डिपो के अंदर से गेहूं की बोरियों को निकाल कर कैंटर में भरने का वीडियो बनाया. जिसके बाद पुलिस भी हरकत में आई और ग्रामीणों की शिकायत पर डिपो संचालक पिता पुत्र पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. ग्रामीणों का आरोप है कि सरकारी अनाज को गरीब लोगों में वितरण करने की बजाय डिपो संचालक अपने निजी फायदे के लिए उपभोक्ताओं के अंगूठे कागजों पर लगवा लेता था, लेकिन उन्हें पूरा गेहूं नहीं देता था और साथ ही अनाज को किसी दूसरी जगह पर भेजकर उसे बेच देता था. इस विषय में खाद्य आपूर्ति विभाग के अधिकारी भी मानते हैं कि डिपो संचालक अनाज में गड़बड़ करता था, जिसकी शिकायत पुलिस को दे दी गई है.


ये भी पढ़ें: 31 दिसंबर तक बकाया Property Tax करें जमा, मिलेगा ये फायदा


इस विषय को गंभीरता से लेते हुए अब बरोदा थाना पुलिस ने भी खाद्य आपूर्ति इंस्पेक्टर की शिकायत पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. पुलिस का कहना है कि शिकायत मिल चुकी है और जल्द ही जांच को पूर्ण कर नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. जो भी इस मामले में दोषी होगा उसको बख्शा नहीं जाएंगा, उस पर सख्त प्रशासनिक कार्यवाही की जाएगी.


फिलहाल पुलिस ने सरकारी डिपो से निकालकर कहीं दूसरी जगह पर ले जाने वाले गेहूं और कैंटर को जप्त करके आगे की कार्रवाई कर रही है.