हरियाणा के खेल मंत्री पर लगे आरोप के मामले में SIT ने दर्ज किया पीड़िता का बयान
हरियाणा के खेल राज्य मंत्री रहे संदीप सिंह पर लगे छेड़छाड़ के आरोप के मामले में आज SIT ने पीड़िता का बयान दर्ज किया. इस दौरान पीड़िता ने CM पर संदीप सिंह का पक्ष लेने का आरोप भी लगाया.
विजय राणा/चंडीगढ़: हरियाणा के खेल राज्य मंत्री रहे संदीप सिंह पर लगे छेड़छाड़ के आरोप के मामले में मंगलवार को चंडीगढ़ में स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम ने करीब 8 घंटे तक पीड़िता जूनियर कोच का बयान दर्ज किया. इसके बाद पीड़ित महिला को मजिस्ट्रेट बयान के लिए ले जाया गया.
चंडीगढ़ की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम को बयान देने के बाद पीड़िता जूनियर कोच ने पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री के कल राजस्थान के सिरोही में दिए गए बयान पर भी आपत्ति जताई है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का बयान जांच को प्रभावित करने वाला है. इसके साथ ही पीड़िता ने कहा कि CM आरोपी खिलाड़ी संदीप सिंह का फेवर कर रहे हैं.
पीड़िता जूनियर कोच ने यह भी दावा किया कि उन पर मामला वापस लेने के लिए बिचौलियों के जरिए दबाव बनाया जा रहा है. उन्हें 1 महीने के लिए देश छोड़कर जाने के लिए कहा जा रहा है. साथ ही 1 करोड़ रुपए नगद देने का भी लालच दिया जा रहा है.
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जाट आरक्षण समिति और खाप पंचायतों के समर्थन का पीड़िता ने स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि मैं उनका धन्यवाद करती हूं और उनको विश्वास दिलाना चाहते हूं कि उनका सिर कभी भी नीचा नहीं होने दूंगी.पीड़िता ने कहा कि उन्होंने आज एसआईटी के समक्ष कुछ सबूत भी रखे हैं, जिसमें कुछ कॉन्फिडेंशियल डॉक्युमेंट भी हैं. साथ ही एसआईटी ने पीड़िता का मोबाइल फोन भी जप्त कर लिया है.
पीड़िता आज चौथी बार अपने बयान दर्ज करवाने के लिए चंडीगढ़ पहुंची, इस दौरान उन्होंने कहा कि वो हरियाणा सरकार की बनाई गई कमेटी को पूरा सहयोग नहीं करेंगी. क्योंकि ये मामला चंडीगढ़ का है.
वहीं पीड़िता के वकील दीपांशु बंसल ने कहा कि जब 29 दिसंबर को चंडीगढ़ पुलिस को शिकायत दे दी गई थी और 30 दिसंबर को मामला दर्ज कर दिया गया. तो हरियाणा सरकार की जांच कमेटी का कोई मतलब नहीं था, क्योंकि पूरी घटना चंडीगढ़ में हुई. आज पुलिस ने आईपीसी के सेक्शन 160 के तहत बयान दर्ज करवाने का नोटिस दिया था और उसी सिलसिले में आज भी पीड़िता के साथ आए हैं.
वकील दीपांशु बंसल ने कहा कि छेड़छाड़ के मामले में मुख्यमंत्री मनोहर लाल पीड़िता की बजाए अपने मंत्री के साथ दिखाई दे रहे हैं, जो सही नहीं है.