Haryana News: आजादी के अमृत काल में हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड, भिवानी से सम्बद्धता प्राप्त विद्यालयों के शिक्षकों को शिक्षा के अंतरराष्ट्रीय स्तर के मानकों पर आधारित प्रशिक्षण देने के उद्देश्य से हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने प्रभावी कदम उठाया है. बोर्ड ने स्वयं को देश के चुनिंदा बोर्ड में शामिल कर अपने शिक्षकों को अंतरराष्ट्रीय स्तर का प्रशिक्षण देने के उद्देश्य से स्विट्ज़रलैंड के जेनेवा स्थित इंटरनेशनल बैकलॉरिएट (आई.बी) के साथ एमओयू किया है. गुरुग्राम के पाथवेज स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर व आई.बी के  महानिदेशक ओली पेका हेंवनें ने एमओयू का आदान-प्रदान किया. इस दौरान हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के चैयरमेन डॉ वीपी यादव भी मौजूद रहे. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

विद्यार्थियों को मिलेगी वर्ल्ड क्लास शिक्षा
शिक्षा मंत्री ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आई.बी के साथ हुए इस एमओयू से अध्यापन के स्तर में सुधार आने के साथ-साथ विद्यार्थियों को भी उत्तम गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा दी जा सकेगी. उन्होंने कहा कि हरियाणा प्रदेश के विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा ग्रहण करने हेतु अंतरराष्ट्रीय स्तर की स्वीकार्यता होगी. उन्होंने कहा कि हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी एवं आई.बी के मध्य एमओयू हस्ताक्षर होने से हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड व आई.बी द्वारा जारी संयुक्त हस्ताक्षरित प्रमाण-पत्रों की प्रमाणिकता अंतर्राष्ट्रीय स्तर की होने के कारण हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की पहचान अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर होगी जो कि अपने आप में एक विशिष्ट उपलब्धि होगी. शिक्षा मंत्री ने कहा कि इस एमओयू के होने से हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड यह उपलब्धि हासिल करने वाले देश के चुनिंदा बोर्डों में शामिल हो गया है. ऐसे में यह संपूर्ण शिक्षा जगत के लिए गौरव का विषय है. 


ये भी पढ़ेंः Delhi Crime: हफ्ता न देने पर दुकान मालिक और दो बेटों पर हमला, तोड़फोड़, फायरिंग और चाकू से किए वार


113 स्कूल होंगे अपग्रेड
शिक्षा मंत्री ने बोर्ड की कार्यप्रणाली का जिक्र करते हुए कहा कि आज हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड तकनीकी युग से पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम करते हुए  शिक्षा क्षेत्र की नई ऊंचाइयों को छू रहा है. आज प्रदेश में ग्रामीण बच्चों के लिए लाइब्रेरी खोली जा रही है ताकि उनको घर के पास ही प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने की सुविधाएं मिल सकें. शिक्षा मंत्री ने कहा कि सभी विद्यार्थियों के लिए शिक्षा पहुंच और उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए सीएम मनोहर लाल ने प्रथम चरण में प्रदेश के 10वीं तक के 113 स्कूलों को 12वीं तक अपग्रेड करने के निर्देश दिए हैं.  उन्होंने बताया कि परिवार पहचान पत्र में 6 से 18 वर्ष की आयु वर्ग के हर बच्चे की मैपिंग स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा की जा रही है. ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई भी बच्चा शिक्षा के अवसरों से वंचित न रह सके. 


इनपुट- देवेंद्र भारद्वाज