Bhiwani Nasha Mukti Kendra: भिवानी में आज नशा मुक्ति सेंटर का शुभारंभ किया गया. जहां विधायक घनश्याम सर्राफ ने शुभारंभ करते हुए कहा कि नशे से बचना चाहिए. नशे से शारीरिक व आर्थिक नुकसान होता है. नशे से अनेकों घर बर्बाद हुए हैं. किसी भी प्रकार का नशा पूरे समाज के लिए घातक होता है. कार्यक्रम के दौरान एएनएम व जीएनएम की छात्राओं द्वारा नुक्कड़ नाटक के माध्यम से लोगों को नशा नहीं करने के बारे जागरूक किया.


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नशा करने से होते हैं शारीरिक, मानसिक एवं आर्थिक नुकसान 
सर्राफ स्थानीय चौ. बंसीलाल नागरिक अस्पताल में नशा मुक्ति केंद्र के उद्घाटन के दौरान अपना संदेश दे रहे थे. उन्होंने कहा कि नशे की लत युवाओं को पथभ्रष्ट कर रही है. नशा न केवल व्यक्ति का शारीरिक, मानसिक एवं आर्थिक नुकसान करता है बल्कि उसके परिवार को भी पतन की ओर धकेल देता है. समाज में अपराध की मुख्य वजह नशा ही है.


'बीड़ी, सिगरेट और गुटखे का युवा शौक के लिए करने लगे हैं'
उन्होंने कहा कि अक्सर युवा स्कूल व कॉलेज में बीड़ी, सिगरेट और गुटखे का सेवन शौकिया तौर पर करते हैं, लेकिन बाद में इनकी लत लग जाती है. उन्होंने आमजन का आह्वान किया है कि वे नशे से दूर रहें और इस बारे आस-पड़ोस में जागरूक भी करें. उन्होंने बताया कि सामान्य अस्पताल में नशा मुक्ति केन्द्र खोलने से जिले के लोगों को फायदा होगा तथा नशे की बीमारी से बचने के लिए उनका ईलाज यही पर संभव होगा. 


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कार्यक्रम के दौरान मरीजों को बांटी पोषण आहार किट
कार्यक्रम के दौरान विधायक सर्राफ द्वारा गोद लिए टीबी के सात मरीजों को पोषण आहार किट भी वितरित की गई. सिविल सर्जन डॉ. रघुवीर शांडिल्य ने बताया कि विभाग द्वारा नशा मुक्ति केन्द्र के ओपीडी और स्टाफ तय कर दिया गया है. मनोचिकित्सक डा. नंदिनी लाम्बा को नशा मुक्ति केन्द्र का नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है. जिले में कहीं भी सरकारी नशा मुक्ति केन्द्र नहीं था, जिसकी वजह से युवाओं और बच्चों का नशा छुड़वाने के लिए अभिभावक पीजीआई रोहतक, चंडीगढ की दौड़ लगा रहे थे. प्राईवेट नशा मुक्ति केन्द्रों पर मरीजों का नशा छुड़वाने के लिए अभिभावकों को अधिक पैसे खर्च करने पड़ रहे थे. इससे उनको आर्थिक व मानसिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा था. अब जिले में यह सैंटर खुलने से नशे की लत में पड़ चुके युवा तथा बच्चों का नशा छुड़वाने में काफी फायदा होगा.


उन्होंने कहा कि नशा एक धीमा जहर है. इसके सेवन से मनुष्य का जीवन अंधकार में डूब रहा है. आज की युवा पीढ़ी शराब, तम्बाकू उत्पाद, चरस, अफीम सहित अन्य नशीले पदार्थो का इस्तेमाल कर रही है. स्वास्थ्य विभाग का लक्ष्य है कि प्रत्येक व्यक्ति निरोगी रहे. कोई भी व्यक्ति गलत संगत व आदत का आदी हो जाता है तो वह व्यक्ति अगर समय पर अपना ईलाज करवा लेता है तो उसकी नशे की लत छुट सकती है.


Input: नवीन शर्मा