Delhi Pollution News: राष्ट्रीय राजधानी में रविवार सुबह हवा की गुणवत्ता 245 के AQI के साथ 'खराब' श्रेणी में दर्ज की गई. वहीं हरियाणा के जिंद में AQI खराब हो गया है. जिले में AQI 200 को पार कर गया है, यहां तक ​​कि पराली जलाने की बढ़ती घटनाएं भी सामने आ रही हैं


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हरियाणा में पराली बना वायु प्रदूषण का केंद्र 
AQI जितना अधिक होगा, वायु प्रदूषण का स्तर उतना ही अधिक होगा और स्वास्थ्य संबंधी चिंताएं भी उतनी ही अधिक होंगी. उदाहरण के लिए जैसे 50 या उससे नीचे का AQI अच्छी वायु गुणवत्ता का प्रतिनिधित्व करता है, जबकि 300 से अधिक AQI खतरनाक वायु गुणवत्ता को दर्शाता है. अधिकारियों के मुताबिक, पिछले 15 दिनों मेंमें प हरियाणा में पराली जलाने के 36 मामले सामने आए हैं और प्रशासन ने पराली जलाने वाले किसानों से 82,500 रुपये का जुर्माना वसूला है.


AQI बढ़ने के दुष्परिणाम
AQI का बढ़ना स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं है. सांस के मरीजों और बच्चों पर इसका ज्यादा असर होता है. स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक इससे बचने के लिए बुजुर्गों और बच्चों को खास ख्याल रखना होगा. वायु प्रदूषण बिगड़ने पर बुजुर्ग लोगों को बाहर निकलते समय मास्क पहनना चाहिए. 


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दिल्ली में इन जगहों पर खराब श्रेणी में दर्ज किया गया AQI
वहीं दिल्ली में रविवार सुबह हवा की गुणवत्ता 245 के एक्यूआई के साथ 'खराब' श्रेणी में दर्ज की गई. सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (SAFAR) इंडिया के अनुसार आनंद विहार के पास AQI 'बहुत खराब' श्रेणी में 345 दर्ज किया गया. इसी तरह शहर के बुरारी क्रॉसिंग क्षेत्र में AQI 269 दर्ज किया गया.


दिल्ली के आईटीओ में हवा की गुणवत्ता 203 AQI के साथ खराब दर्ज की गई, जबकि पंजाबी बाग क्षेत्र में यह 236 दर्ज की गई, जो फिर से खराब क्षेत्र में है. SAFAR-India की माने तो आरके पुरम क्षेत्र में AQI 239 दर्ज किया गया, न्यू मोती बाग में यह 267 दर्ज किया गया, जबकि शादीपुर में यह 217 दर्ज किया गया, जो सभी खराब श्रेणी में था. इसी के साथ नोएडा में भी हवा की गुणवत्ता खराब श्रेणी में पहुंच चुकी है.