Miyazaki Mango: गर्मियों का सीजन मतलब, आम का सीजन... यह तो आप सभी जानते हैं कि आम को फलों का राजा कहा जाता है. इसलिए अधिकतर लोगों का पसंदीदा फल भी आम होता है. गर्मियों के मौसम में आम की बिक्री सबसे ज्यादा होती है. दुनियाभर में आम की अलग-अलग प्रजाति भी पाई जाती है. भारत में उगायी जाने वाली आम की प्रजातियों में दशहरी, लंगड़ा, चौसा, फज़ली, बम्बई ग्रीन, बम्बई, अलफ़ॉन्ज़ो, बैंगन पल्ली, हिम सागर, केशर, किशन भोग, मलगोवा, नीलम, सुर्वन रेखा, वनराज, जरदालू हैं और इसी के साथ नई प्रजातियों में मल्लिका, आम्रपाली, रत्ना, अर्का अरुण, अर्मा पुनीत, अर्का अनमोल तथा दशहरी सबसे प्रमुख प्रजातियां में से एक हैं.


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जायका ही नहीं, तासीर का भी राजा है आम


यह तो अधिकतर लोग जानते होंगे कि कच्चे आम की तासीर ठंडी होती है. मगर पके आम की तासीर गर्म होती है. इसलिए यह आपकी सेहत के लिए एक अहम भूमिका निभाता है. तो वहीं, आम में काफी ऊर्जा पाई जाती है. आम में कार्बोहाइड्रेट अधिक मात्रा में पाया जाता है और रोजाना आम का सेवन करने से शरीर में पानी की मात्रा बनी रहती है, क्योंकि आम एक रसीला फल है.


जानें, क्यों है मियाजाकी आम इतना महंगा? और इसके जुड़ी अनोखी बातें


आम का नाम सुनते ही लोगों के मुंह में पानी आ जाता है और अपने स्वाद और गुणों को लिए आम काफी मशहूर है. तो वहीं, इन दिनों एक एक आम है जो काफी चर्चा में बना हुआ है. यह एक दुर्लभ प्रजाति का आम है, जिसकी किमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में 2 लाख 70 हजार किलो की दर तक बिकता है और भारतीय बाजार में यह आम 15 से 20 हजार रुपये प्रति किलो की दर से बिकता है. मियाजाकी आम क्या है? और इन दिनों ये चर्चा में क्यों बना हुआ है. चलिए जानते हैं...


मियाजाकी आम की खासियत


मियाजाकी आम (Miyazaki Mango) दुनिया की सबसे महंगी प्रजातियों में से एक है. इसे ‘ताइयो-नो-टोमागो’ या ‘एग्स ऑफ सनशाइन’ नाम से भी जाना जाता है. अधिकतर आम हरे, पीले रंग के होते हैं, मियाजाकी आम का रंग गहरा लाल होता है और इसका आकार डायनासोर के अंडे के बराबर होता है.


यहां होता मियाजाकी आम की सबसे ज्यादा फसल


शायद ही लोगों को पता होगा कि इस आम की फसल सबसे जापान में होती है. इसका नाम जापान के एक शहर ‘मियाजाकी’ के नाम पर रखा गया था. इसके एक आम का वजन लगभग 350 ग्राम होता है. इसमें एंटीऑक्सीडेंट, बीटा-कैरोटीन और फोलिक एसिड जैसे गुण भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं. इस आम की फसल के लिए तेज धूप और अधिक बारिश की जरूरत होती है. इस आम की फसल अप्रैल और अगस्त के महीनों के बीच होती है और इतना ही नहीं यह जापान में बिकने वाले सबसे महंगे फलों में से एक है. जानकारी के मुताबिक, इस आम की शुरुआती कीमत 8,600/- रुपये है. ये आम अंतर्राष्ट्रीय मार्केट में 2 लाख 70 हजार रुपये किलो तक बेचा जाता है. दूसरे देशों में भेजे जाने से पहले इस आम की सख्त तरह से जांच की जाती है.


जानें, क्यों है चर्चा में मियाजाकी आम


इस आम की सबसे ज्यादा पैदावार जापान, थाईलैंड, फिलीपींस और भारत में उगाई जाती है. इन आमों को चोरी से बचाने के लिए चार गार्ड और सात कुत्तों की निगरानी में रखा जाता है, लेकिन हाल ही में एक खबर सामने आई है कि मध्य प्रदेश के जबलपुर में एक बागवान दंपति ने इस आम की फसल उगाने का दावा किया है. साइबर क्राइम (Cyber Crime) के लिए जाना जाने वाल जामताड़ा (Jamtara) का नाम तो आपने सुना ही होगा. यहां रहने वाले दो युवक अरिंदम चक्रवर्ती और अनिमेष चक्रवर्ती ने मियाजाकी आम की खेती में सफलता हासिल की है. इन दोनों युवकों ने अपने खेत में इस प्रजाति के 7 पेड़ उगाए हैं. इतना ही नहीं इनमें से तीन पेड़ों पर आम उग भी चुके हैं.