Holi 2023: हिसार: विश्व प्रसिद्धा होली का त्योहार फाल्गुन महीने में मनाया जाता है. होली पर पूरा देश रंगों में डूबा रहता है. होली का त्योहार मथूरा-वृंदावन में 10 दिन पहले ही शुरू हो जाती है. वहां 10 दिन तक अलग-अलग तरह से होली खेली जाती है. वृंदावन की होली में सराबोर होने का हर किसी का मन करता हैं, लेकिन हर बार की तरह इस बार यह नजारा आपको इस बार भी हिसार में देखने को मिलेगा. 


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हिसार में वृंदावन जैसी होली 
दरअसल, हिसार के 450 साल से भी ज्यादा प्राचीन मंदिर यानी श्री राधे कृष्णा 'बड़ा मंदिर' में इसे लेकर तैयारियां की जा रही है. खजांचियान बाजार में स्थित इस में 26 फरवरी को फाल्गुन महोत्सव मनाया जाएगा. बकायदा इसे लेकर आयोजन समिति ने तमाम तैयारियां पूरी कर ली हैं. मंदिर के महंत राहुल शर्मा ने बताया कि कार्यक्रम को लेकर हर वर्ग में उत्साह हैं. इस दिन श्री बांके बिहारी के संग रंगों, फूलों की होली खेली जाएगी. प्रसिद्ध भजन गायक भजनों के माध्यम से सबका मन मोह लेंगे उनको पूरा विश्वास है. भव्य दरबार और फूल बंगला के साथ-साथ फूलों की होली, सप्त भोग और 56 भोग के कार्यक्रम भी होंगे. साथ ही श्रद्धालुओं के लिए अन्नपूर्णा की रसोई भी लगाई जाएगी.


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इस साल फाल्गुन महीने की 8 मार्च को होली का त्योहार मनाया जाएगा.  बता दें कि श्री राधे कृष्णा 'बड़ा मंदिर' का निर्माण वृंदावन के बिहारी के मंदिर की तरह ही पाताल की गहराई से जिस ऊंचाई पर बांके बिहारी जी वृंदावन में विराजते हैं, उसी ऊंचाई पर हिसार के श्री राधे कृष्णा 'बड़ा मंदिर' में उनका सिंहासन बनाया गया है. इसलिए इस मंदिर को वृंदावन धाम के रुप माना जाता है. 


Input: रोहित कुमार