राजधानी दिल्ली में 27 दिसंबर को हुई बरसात के बाद ग्रामीण इलाकों का पानी ओवरफ्लो होकर नालों से किसानों की फसलों में घुसा है. जिससे किसानों की गेहूं की फसल समेत कई अन्य सब्जी की फसले भी बर्बाद हो गई है.
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Delhi News: राजधानी दिल्ली में 27 दिसंबर को हुई बरसात के बाद ग्रामीण इलाकों का पानी ओवरफ्लो होकर नालों से किसानों की फसलों में घुसा है. जिससे किसानों की गेहूं की फसल समेत कई अन्य सब्जी की फसले भी बर्बाद हो गई है. किसानों का आरोप पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा पाला गांव से हिरणकी तक बनाए जाने वाला नाला अधर में अटका है, जिसकी वजह से पानी का फ्लो आगे नहीं पहुंच पाता. वॉल बाउंड्री तोड़कर नाले के किनारे खेतों में उग रही किसानों फसलो में भर जाता है. जिसकी वजह से किसानों का भारी नुकसान होता है.
दिल्ली में बीते 3 दिन पहले हुई बरसात ने करीब 101 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया. बरसात के बाद आसपास के ग्रामीण इलाकों का पानी किसानों के खेतों में भर गया. जिसमें अब किसान सबसे बड़ी लापरवाही पीडब्ल्यूडी विभाग की बता रहे हैं. उनका कहना है कि पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा करीब 3 साल पहले पल्ला गांव से हिरणकी पुलिस चौकी तक नाले का निर्माण कार्य शुरू किया गया था, जो कि आज तक बीच में ही रुका हुआ है. जिसकी वजह से ग्रामीण इलाकों का पानी अकबरपुर माजरा के पास ये नाले बंद होने की वजह से खेतों में भर जाता है और किसानों की खेतों में लगी फैसले बर्बाद हो जाती है. जिस पर पीडब्ल्यूडी विभाग या प्रशासनिक अधिकारी संज्ञान लेने के लिए तैयार नहीं है.
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बाहरी दिल्ली इलाके में ज्यादातर किसान आज भी खेती-बाड़ी करते हैं और सबसे ज्यादा खेती-बाड़ी अगर होती है तो पल्ला, अकबरपुर, माजरा, झगोला गांव समेत दर्जनों ग्रामीण इलाकों में होती है. वहीं यहां किसानों के पास खेती के अलावा और कोई रोजगार भी नहीं है. जिस खेत में पानी भरा और फैसले बर्बाद हुई, इसमें ज्यादातर गेहूं की फसल और हरी सब्जी की फसले लगी हुई थी. जिसकी बर्बाद होने के बाद किसानों का भारी नुकसान हुआ है. किसानों को उम्मीद थी की जो बरसात हो रही है वह गेंहू की फसल के लिए वरदान साबित होगी, लेकिन नाले की वजह से यह है बरसात किसानों के लिए एक श्राप बन गई. जिसकी वजह से किसान अब अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं.
फिलहाल आपको बता दें कि यह पीडब्ल्यूडी का नाला किसानों की फसलों के लिए ही हानिकारिक तो है ही बल्कि इसके अलावा यह नाला कई मासूम जिंदगियां भी निगल चुका है. उसके बाद भी न जाने क्यों पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारी इस नाले का निर्माण कार्य पूरा नहीं कर पा रहे हैं . जिस पर कोई भी प्रशासनिक अधिकारी कुछ बोलने के लिए तैयार भी नहीं है. जरूरत है प्रशासनिक अधिकारी इस गंभीर समस्या का समाधान करते हुए नाले का निर्माण कार्य समय रहते पूरा करें, जिससे कि समय-समय बर्बाद होने वाली फसलों से किसानों को राहत मिल पाए.
Input: नसीम अहमद