INDIA Alliance Maharally: दिल्ली के रामलीला मैदान में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के विरोध में लोकतंत्र बचाओं रैली का आयोजन किया गया. लोकसभा चुनाव से पहले यह महारैली विपक्ष के शक्ति प्रदर्शन के लिए अहम मानी जा रही है.  इस रैली में आम आदमी पार्टी, कांग्रेस, टीएमसी, एनसीपी, सपा समेत करीब 28 पार्टियों के वरिष्ट नेता शिरकत कर रहे हैं. इस महारैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने रामलीला मैदान में पारित इंडिया गठबंधन का 5 सूत्री मांगपत्र जारी किया. 



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रामलीला मैदान में पारित इंडिया गठबंधन का 5 सूत्री मांगपत्र
1. भारत के चुनाव आयोग को लोकसभा चुनावों में समान अवसर सुनिश्चित करना चाहिए.
2. चुनाव आयोग को चुनाव में हेराफेरी करने के उद्देश्य से, विपक्षी राजनीतिक दलों के खिलाफ इनकम टैक्स, ED और CBI द्वारा की जाने वाली बलपूर्वक कार्रवाई को रोकना चाहिए. 
3. हेमंत सोरेन और अरविंद केजरीवाल की तत्काल रिहाई की जाए.
4. चुनाव के दौरान विपक्ष के राजनीतिक दलों का आर्थिक रूप से गला घोंटने की जबरन कार्रवाई तुरंत बंद होनी चाहिए. 
5. चुनावी बॉन्ड का उपयोग करके BJP द्वारा बदले की भावना, जबरन वसूली और मनी लॉड्रिंग के आरोपों की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में एक SIT गठित की जानी चाहिए. 


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सत्ता सदैव नहीं रहती. सत्ता आती है, जाती है, अहंकार चूर-चूर होता है
प्रियंका गांधी ने कहा, हर साल इस मैदान में दशहरे के दिन रावण के पुतले का दहन होता है. आज जो सत्ता में हैं वे अपने आप को राम भक्त कहते हैं. मुझे लगता है कि वे कर्मकांड में उलझ गए हैं. मैं आज उन्हें याद दिलाना चाहती हूं कि वो हजारों साल पुरानी गाथा क्या थी. उन्होंने कहा, भगवान राम जब सत्य के लिए लड़े तो उनके पास सत्ता नहीं थी, उनके पास संसाधन नहीं थे, उनके पास तो रथ भी नहीं था. संसाधन रावण के पास थे. भगवान राम के पास सत्य, आशा, आस्था , प्रेम, परोपकार, धीरज और साहस था. प्रियंका ने कहा कि मैं सत्ता में बैठे हुए प्रधानमंत्री मोदी को याद दिलाना चाहती हूं कि भगवान राम के जीवन का क्या संदेश था. सत्ता सदैव नहीं रहती. सत्ता आती है, जाती है, अहंकार चूर-चूर होता है.



प्रियंका गांधी ने कहा कि BJP शासन द्वारा पैदा की गई अलोकतांत्रिक बाधाओं के बावजूद, INDIA गठबंधन लड़ने, जीतने और लोकतंत्र को बचाने के लिए दृढ़ और आश्वस्त है.