INDIA vs NDA: लोकसभा चुनाव में NDA से दो-दो हाथ करने के लिए विपक्ष का `INDIA` तैयार
INDIA vs NDA: विपक्षी दलों की बैठक के दूसरे दिन गठबंधन के नाम का ऐलान कर दिया गया है. मिली जानकारी के अनुसार, विपक्षी दलों ने `INDIA` नाम पर मुहर लगाई है.
Opposition Meeting LIVE: साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले PM मोदी को हराने के लिए विपक्षी दल एकजुट हो गए हैं. 23 जून को पटना में हुई विपक्षी दलों की पहली बैठक के बाद आज बेंगलुरु में विपक्षी दलों की बैठक के दूसरे दिन गठबंधन के नाम का ऐलान किया गया. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, विपक्षी दलों ने INDIA नाम पर मुहर लगाई है.
INDIA का फुल फॉर्म- इंडियन नेशनल डेमोक्रेटिक इन्क्ल्युसिव एलायंस' यानि भारतीय राष्ट्रीय लोकतांत्रिक समावेशी गठबंधन.
INDIA
I- Indian (भारतीय)
N- National (राष्ट्रीय)
D- Democratic (लोकतांत्रिक)
I- Inclusive (समावेशी )
A- Alliance (गठबंधन)
विपक्ष की बैठक में शामिल हुए ये नेता
बेंगलुरु में आयोजित विपक्षी दलों की दूसरी बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, NCP प्रमुख शरद पवार, तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी, बिहार CM नीतीश कुमार, तमिलनाडु के CM एम.के. स्टालिन, आरजेडी चीफ लालू प्रसाद यादव, शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे, झारखंड CM हेमंत सोरेन, दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल, समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव सहित 26 राजनीतिक पार्टियों के प्रमुख शामिल हुए.
ये भी पढ़ें- विपक्ष की बैठक के बीच तेज हुई जुबानी जंग, जानें कसने ढाया देश पर भ्रष्टाचार और बर्बादी का सितम
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन का ट्वीट
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने विपक्षी नेताओं की बैठक के बाद ट्वीट कर कहा कि 'मुझे खुशी है कि बेंगलुरु में 26 पार्टियां एकजुट होकर काम करने के लिए मौजूद हैं. हम सब मिलकर आज 11 राज्यों में सरकार में हैं. बीजेपी को अकेले 303 सीटें नहीं मिलीं. उसने अपने सहयोगियों के वोटों का इस्तेमाल किया और सत्ता में आई और फिर उन्हें त्याग दिया. भाजपा अध्यक्ष और उनके नेता अपने पुराने सहयोगियों से समझौता करने के लिए एक राज्य से दूसरे राज्य की दौड़ लगा रहे हैं. उन्हें डर है कि जो एकता उन्हें यहां दिख रही है, उसका नतीजा अगले साल उनकी हार होगी. हर संस्था को विपक्ष के खिलाफ हथियार बनाया जा रहा है. इस बैठक में हमारा इरादा अपने लिए सत्ता हासिल करना नहीं है. यह लोकतंत्र, धर्मनिरपेक्षता और सामाजिक न्याय की रक्षा करना है. आइए हम भारत को प्रगति, कल्याण और सच्चे लोकतंत्र के पथ पर वापस ले जाने का संकल्प लें.'