Delhi News: भारतीय महिलाओं ने बैडमिंटन एशिया टीम चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचा. भारतीय महिलाओं ने रविवार बैडमिंटन एशिया टीम चैंपियनशिप के रोमांचक फाइनल में थाईलैंड को 3-2 से पराजित करके इस प्रतियोगिता में अपना पहला स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचा.


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मुख्य राष्ट्रीय कोच पुलेला गोपीचंद ने रविवार को बैडमिंटन एशिया टीम चैंपियनशिप (BATS) में भारत के पहले स्वर्ण पदक की सराहना करते हुए कहा कि युवा महिला ब्रिगेड के इस प्रदर्शन ने भविष्य के लिए काफी उम्मीदें जगा दी हैं. भारतीय महिला टीम ने रविवार को मलेशिया के शाह आलम में थाईलैंड पर 3-2 की कड़ी जीत के साथ बैडमिंटन एशिया टीम चैंपियनशिप में ऐतिहासिक खिताबी जीत दर्ज की. पीवी सिंधु की अगुवाई वाली भारतीय महिला टीम ने तमाम विपरीत परिस्थितियों के बावजूद अपना अच्छा प्रदर्शन जारी रखा और दो बार के कांस्य पदक विजेता थाईलैंड को हराया. 


इस जीत के बाद गोपीचंद ने कहा कि यह एक शानदार प्रदर्शन रहा है. कुल मिलाकर, टीम के हर सदस्य ने योगदान दिया. हमने कुछ शीर्ष टीमों को हराया हैं, दुनिया की बहुत सी टीमें चीन, जापान और थाईलैंड को हराने के बारे में सोच भी नहीं सकती हैं और मुझे लगता है कि सभी ने अच्छा खेला. इस पहले दिग्गज खिलाड़ी ने कहा कि यह टीम के तौर पर शानदार प्रदर्शन और जीत है. यह देखकर अच्छा लगा कि पीवी सिंधु ने अपने मैचों में जीत दर्ज की और गायत्री (गोपीचंद) एवं त्रीसा (जॉली) की जोड़ी ने लगातार अच्छा प्रदर्शन किया. यह कठिन मुकाबला था, लेकिन दमदार प्रदर्शन रहा. भारतीय महिलाओं का टीम चैंपियनशिप में यह पहला बड़ा खिताब है, जिससे उसका चीन के चेंगदू में 28 अप्रैल से पांच मई तक होने वाले उबेर कप के लिए मनोबल बढ़ेगा.


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गोपीचंद ने कहा कि यह अच्छा है कि हमारे में एकल और युगल में अच्छा विकल्प है. इससे हमारी टीम मजबूत हुई और हम चीन, जापान, कोरिया जैसी मजबूत टीमों के खिलाफ जीत दर्ज करने में सफल रहे. उन्होंने कहा कि अभी आगामी टीम टूर्नामेंटों में थोड़ा समय है. मैं इस प्रदर्शन का काफी खुश हूं. मैं भविष्य को लेकर काफी आश्वस्त हूं. गोपीचंद एक बार फिर से 17 वर्षीय अनमोल खरब की प्रशंसा की, जिन्होंने पांच मैचों के मुकाबले का निर्णायक पांचवां मुकाबला जीतकर टीम को खिताब दिलाने में अहम भूमिका निभाई.


उन्होंने कहा कि टीम स्पर्धा के निर्णायक मुकाबले को खेलने के लिए साहस और आत्मविश्वास की जरूरत होती है. यह आपकी मानसिक मजबूती को दिखाता है. वह इस दौरान अद्भुत रही है, उसने सही स्ट्रोक खेले और उसका रवैया सबसे अच्छा था. भारतीय बैडमिंटन संघ (BAI) के सचिव संजय मिश्रा ने खिताबी जीत पर टीम को बधाई देते हुए कहा कि यह हम सभी के लिए गर्व का पल है. इसने भारत में बैडमिंटन प्रतिभा में विकल्प को दर्शाता है. हमें विश्वास है कि खिलाड़ियों का यह समूह आने वाले वर्षों में कई और खिताब जीतेंगे. भारतीय खिलाड़ियों ने भी इस सफलता पर सोशल मीडिया पर अपने जज्बात साझा किए. 


Input: ब्रजेन्द्र देवेंद्र (भाषा)