JNU में ABVP का सत्याग्रह आंदोलन, 7 दिन से प्रशासन के विरोध में है छात्र संगठन
हॉस्टल, फेलोशिप और पढ़ाई तीनों ही एक विद्यार्थी की मूलभूत जरूरतें हैं. वर्तमान समय में जेएनयू प्रशासन इन तीनो ही मुद्दों पर फेल साबित हुआ है, जिसके विरोध में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की JNU इकाई विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ अनिश्चितकालीन सत्याग्रह आंदोलन कर रही है.
JNU Movement: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की JNU इकाई विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ अनिश्चितकालीन सत्याग्रह आंदोलन कर रही है, ये आंदोलन पिछले 7 दिनों से जारी है. ABVP हॉस्टल, फेलोशिप और पढ़ाई इन तीन प्रमुख मांगो को लेकर आंदोलन कर रही है.
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इकाई अध्यक्ष रोहित कुमार का कहना है जेएनयूएसयू और जेएनयू प्रशासन की मिलीभगत का खामियाजा आम छात्रों को उठाना पड़ रहा है. हॉस्टल, फेलोशिप और पढ़ाई तीनों ही एक विद्यार्थी के लिए आधारभूत जरूरतें हैं. वर्तमान समय में जेएनयू प्रशासन इन तीनो ही मुद्दों पर फेल साबित हुआ है. विद्यार्थियों को हॉस्टल अलॉट करने से लेकर सभी मूलभूत जरूरतों को पूरा करने में विश्वविद्यालय असफल साबित हुआ है. साल भर छात्रों को फेलोशिप देने के लिए फंड का अभाव रहता है, इसके अलावा प्रशासन के पास ऑफलाइन क्लास का भी कोई ब्लू प्रिंट नहीं है, जिसकी वजह से विद्यार्थी परिषद को सत्याग्रह आंदोलन शुरू करना पड़ा है.
विश्वविद्यालय प्रशासन को 56 करोड़ रुपये भारत सरकार की तरफ से छात्रावास की मरम्मत के लिए मिले हैं लेकिन अब तक कोई काम नहीं किया गया है. 56 करोड़ कहां हैं, इस सवाल पर भी जेएनयू के जिम्मेदार व्यक्तियों के पास कोई उत्तर नहीं है. विद्यार्थी परिषद के सदस्यों का कहना है कि जेएनयू में Wifi की सुविधा हो, कैंपस के अंदर ई-रिक्शा या नए हॉस्टल का निर्माण, ये सभी सकारात्मक परिणाम परिषद के संघर्ष से ही सफल हो सके हैं. आगे भी छात्रहितों के लिए विद्यार्थी परिषद सदैव खड़ा रहेगा. जब तक JNU प्रशासन छात्रों की मांग नहीं मान लेते ये आंदोलन जारी रहेगा.