कैथलः अगर आपने किसी भी बैंक में खाता खुलवाया है तो आप इस बात को भली-भांति जानते होंगे कि खाता खुलवाने के लिए बैंक क्या-क्या और कितनी फॉर्मेलिटी करता है, लेकिर अगर हम आपको कहे कि बैंक ने 7 साल पहले एक मृतक व्यक्ति का खाता खोल दिया और उसमें लगातार 15 लाख तक की ट्रांसक्शन भी होती रही और बैंक को कानों कान खबर तक नहीं चली. तो क्या आप हमारी इस बात पर यकीन करेंगे. खैर आप इस बात को मानो या ना मानो मगर ये बात सच है.


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मामला कैथल जिले का है जहां पर 2015 में मृतक कलायत निवासी रामनिवास के घर पर अचानक डाक के माध्यम से पहुंची बैंक की चेक बुक ने सभी को चौंका दिया. मृतक रामनिवास की पत्नी बीरो देवी ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उनके पति की मृत्यु 2015 में हो गई थी, जिसके बाद 2022 में उनके घर इंडियन ओवरसीज बैंक कैथल में उनके मृतक पति रामनिवास का खाता खुलने की पासबुक आई.


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मामला सामने आने के बाद पुलिस ने बैंक में पता किया तो मृतक रामनिवास के नाम से वह खाता चालू था और उसमें 15 लाख रुपये तक की लेनदेन भी हुई थी. शिकायतकर्ता वीरो देवी ने बैंक कर्मचारियों पर आरोप लगाया कि उन्होंने आपसी मिलीभगत करके उनके मृतक पति का खाता खोल बैंक से लोन ले लिया है जिस संबंध में कैथल के सिविल लाइन थाने में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.