Kaithal News: सुनो सरकार कार्यक्रम के तहत ज़ी मीडिया ने कैथल के गांव कटवाड़ जिसे 2 वर्ष पूर्व सांसद नायब सैनी ने गोद लिया था. उस गांव का दौरा किया और लोगों से जानने की कोशिश की कि उनकी समस्याएं क्या हैं, उनकी कितनी समस्याएं हल हुई हैं. क्या सांसद के गोद लेने से गांव के विकास पर कुछ गति आई. इस तरह के प्रश्नों को लेकर हमने पूरे गांव का दौरा किया और लगभग 30 लोगों से बातचीत की.


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इस दौरान गांव के अधिकतर लोगों का कहना था कि सांसद नायब सैनी ने गांव को तो गोद लिया पर कभी उसकी देखभाल नहीं की. गांव में सफाई व्यवस्था खराब है. स्ट्रीट लाइट पूरे गांव में ही नहीं हैं. गांव में पानी की निकासी नहीं होती. गांव में तालाबों की कमी नहीं है, परंतु सब तालाब ओवरफ्लो हैं और कचरे के ढेर में बदले हुए हैं.


लोगों ने कहा कि तालाबों से बदबू आती है. रात को पूरे गांव में बदबू का आलम होता है. कुछ गांव वालों का तो यह भी कहना है कि उन्होंने सांसद नायब सैनी को कभी देखा ही नहीं. कुछ लोगों ने कहा कि सांसद एक दो बार गांव के बाहर जो डेरा है, वहां पर आए हैं. कुछ घोषणाएं की परंतु किसी भी घोषणा करने के बाद उसका पैसा गांव में नहीं आया. केवल एस्टीमेट ही बनकर रह गए.


गांव में मूलभूत सुविधाओं ही नहीं हैं. न तो इस गांव की सफाई व्यवस्था ठीक है, न यहां अस्पताल, न बैंक है. इस गांव में केवल गंदगी से भरे पड़े तालाब, बिना स्ट्रीट लाइट के गलियों में अंधेरा है. पिछले लंबे अरसे से किसी भी चौपाल के लिए कोई मरम्मत या नई चौपाल बनने का काम नहीं हुआ है. कठवाड़ा गांव के सरकारी स्कूल प्लस टू तक का हो गया है, क्योंकि उसके मापदंड पूरे हैं. इसके अलावा गांव में पिछले कई वर्षों से किसी प्रकार का विकास के कार्य नहीं हुए हैं. गांव वालों का कहना है कि नेता वोट मांगने आते हैं. बड़े-बड़े वादे करते हैं और चले जाते हैं. उसके बाद कोई पूछने नहीं आता.


Input: Vipin Sharma