Nayab Saini BJP: हरियाणा में चुनाव से ठीक पहले बीजेपी सरकार ने विकास कार्यों की घोषणाओं की बाढ़ ला दी है. इनमें से किस पर वाकई काम होगा, ये तो नहीं पता, लेकिन सीएम नायब सिंह सैनी की घोषणाओं को धरातल पर अमलीजामा पहनाने वाले अधिकारी ही उनकी बातों को गंभीरता से नहीं ले रहे. गुरुवार को कैथल में शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा की मौजूदगी में अधिकारियों का यह लापरवाह रवैया साफ दिखाई दिया. 


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दरअसल गुरुवार को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी गुरग्राम दौरे पर थे. मानेसर में आयोजित कार्यक्रम में सीएम ने लाल डोरे में रहने वाले लोगों में स्वामित्व पत्र बांटे. इस दौरान सीएम नायब सिंह ने गुरुग्राम जिले के विकास के लिए 269 करोड़ रुपये की 37 विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया. स्वामित्व पत्र वितरण कार्यक्रम को लाइव प्रसारण कैथल में दिखाया जा रहा था, जिसे देखने के लिए हरियाणा की शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा के अलावा अधिकारी भी मौजूद थे. इस दौरान एक-दो नहीं, ज्यादातर अफसर मोबाइल और सोशल मीडिया पर टाइम पास करते नजर आए.


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शिक्षा मंत्री के पास बैठी जिला शिक्षा अधिकारी न तो मुख्यमंत्री के भाषण में इंटरेस्टेड दिखीं और न उनकी योजनाओं के बारे में. कार्यक्रम शुरू होते ही जिला शिक्षा अधिकारी ने फोन चलाना शुरू कर दिया और प्रोग्राम खत्म होने तक वह फोन में ही व्यस्त रहीं. सवाल ये है कि जब अधिकारी ही सीएम की बातों में रुचि नहीं दिखाई देते तो उनकी घोषणाओं को समय पर धरातल पर कैसे लाएंगे.


कान होने चाहिए मुख्यमंत्री के आदेशों पर​
जब इस बारे में सीमा त्रिखा से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि मोबाइल की व्यवस्था ही ऐसी है कि अगर कोई अर्जेंसी है हम कभी भी किसी भी समय किसी को निर्देश दे सकें. हां अगर अधिकारी भी सोशल मीडिया पर व्यस्त थे तो मेरा मानना है कि जानकारी के लिए ये बहुत जरूरी है. कान होने चाहिए मुख्यमंत्री के आदेशों पर. बस अधिकारियों को पता होना चाहिए कि सीएम आदेश क्या दे रहे हैं और उसे इम्प्लीमेंट कैसे करना है.


इनपुट: विपिन शर्मा