नई दिल्ली: 31 दिसंबर की रात कंझावला में स्कूटी सवार अंजलि को टक्कर मारने और कार से घसीटने के मामले में अब आरोपियों पर हत्या का केस चलेगा. इस मामले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल कमिश्नर शालिनी सिंह की अध्यक्षता वाली कमेटी ने जांच के बाद अपनी रिपोर्ट गृह मंत्रालय को सौंप दी है. इसके बाद मंत्रालय ने आरोपियों पर हत्या का केस दर्ज करने का आदेश पुलिस को दिया. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

अंजलि के परिवार ने गृह मंत्रालय के आदेश का स्वागत किया और कहा है कि अब उनमें न्याय मिलने की उम्मीद है. साथ ही अंजलि की सहेली का दावा करने वाली निधि पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. अंजलि की मां का कहना है कि निधि द्वारा अंजलि पर लगाए सभी आरोप गलत थे.


उनका कहना है कि उन्होंने कहा कि इतने दिन से हम आरोपियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग कर रहे थे, लेकिन पुलिस इसे एक्सीडेंट का मामला बताती थी और कहती थी कि हत्या के पीछे मोटिव नहीं है. अब गृह मंत्रालय के आदेश के बाद पुलिस को मोटिव भी मिल जाएगा. 


लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मी सस्पेंड 
अंजलि की मां का कहना है कि अगर पुलिसवालों ने अपनी ड्यूटी निभाई होती तो बेटी जिंदा होती. उन्होंने आरोपियों को फांसी देने की मांग की. जांच रिपोर्ट मिलने के बाद गृह मंत्रालय ने वारदात वाले दिन तीन पीसीआर वैन और दो पिकेट पर तैनात सभी पुलिसकर्मियों को सस्पेंड करने का निर्देश दिया है.