Yash Johar Last Letter : बॉलीवुड के जाने-माने निर्माता यश जौहर ने 1979 में फिल्म निर्माण कंपनी धर्मा प्रोडक्शन प्राइवेट लिमिटेड की नींव रखी थी. उन्होंने अमिताभ बच्चन अभिनीत दोस्ताना, अग्निपथ, गुमराह, डुप्लीकेट, कुछ कुछ होता है और कभी खुशी कभी गम जैसी यादगार फिल्में बनाईं, लेकिन शायद हर पिता की तरह उन्हें भी अपने बेटे करण जौहर के फ्यूचर की चिंता सता रही थी.


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दरअसल वह अच्छी तरह जानते थे कि उनके बेटे को बिजनेस के बारे में कुछ भी नहीं पता. इसलिए मरने से पहले वह अपने बेटे के लिए कुछ लेटर छोड़ गए थे, जिसे करण बाइबल की तरह मानते हैं. इन पत्रों में यश जौहर ने अपने बेटे के लिए क्या लिखा था, इस बारे में 19 साल बाद खुद करण जौहर ने खुलासा किया.


हाल ही में एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि पापा के इस दुनिया से जाने के बाद उन्हें नहीं पता था कि क्या करना है या किस ओर जाना है. बिजनेस के बारे में उन्हें कुछ नहीं पता था. पापा के निधन के बाद वह धर्मा प्रोडक्शन के ऑफिस में बैठे हुए सोच रहे थे कि कंपनी को आगे कैसे ले जाएं. पिता के निधन के चार दिन बाद फैमिली फ्रेंड ने उन्हें पिता की लिखी हुई चिट्ठी दी.



दरअसल यश जौहर को अच्छी तरह पता था कि करण को कंपनी और उसके फाइनेंस के बारे में कुछ नहीं पता. छह पन्ने के लेटर में यश ने कहां और कितना इंवेस्टमेंट किया है, कहां से फंड मिलना है, उसका हिसाब-किताब लिखा था. करण ने यह भी बताया कि पैसों के लेनदेन से वह इतने दूर थे कि एक बार उन्होंने बैंक चेक पर साइन की जगह लॉट्स ऑफ लव लिख दिया था. पिता के उस लेटर की बदौलत उन्हें आगे अपना बिजनेस को आगे बढ़ाया और आज कंपनी की नेटवर्थ 400 मिलियन डॉलर (3259 करोड़) है. 


7 साल बाद निर्देशन में वापसी 
करण जौहर ने बतौर निर्देशक अपने करियर की शुरुआत 'कुछ कुछ होता है' से की थी. इसके बाद उन्होंने 'कभी  खुशी कभी गम', माई नेम इज खान, 'कभी अलविदा न कहना' जैसी फिल्मों का निर्देशन भी किया.करण ने 2016 में आई फिल्म 'ऐ दिल है मुश्किल' का भी निर्देशन किया था.


इसके बाद अब जाकर पूरे सात साल बाद वह 'रॉकी और रानी की प्रेम कहानी' के जरिये निर्देशन में वापसी कर रहे हैं. 'रॉकी और रानी की प्रेम कहानी' में रणवीर सिंह और आलिया भट्ट मुख्य भूमिका में होंगे। यह फिल्म 23 अप्रैल को रिलीज होगी.