Karnal News: कल जलाई जाएगी धान की पराली, किसानों ने प्रशासन को दी चेतावनी
Karnal Hindi News: किसानों ने धान की पराली को लेकर लिया बड़ा फैसला लिया. कल दोपहर 1 बजे और 2 बजे के बीच में पराली को आग लगाएंगे. यूनियन ने कहा कि प्रशासन को जो कार्रवाई करनी होगी वह करें, लेकिन हम आग लगाएंगे. आग लगाने के अलावा हमारे पास कोई विकल्प नहीं है.
Karnal Paddy Stubble Burning News: किसान यूनियन के नेताओं की एक मीटिंग करनाल के निसिंग में हुई, जहां किसानों ने धान की पराली को लेकर लिया बड़ा फैसला लिया. कल दोपहर 1 बजे और 2 बजे के बीच में पराली को आग लगाएंगे. यूनियन ने कहा कि प्रशासन को जो कार्रवाई करनी होगी वह करें, लेकिन हम आग लगाएंगे. आग लगाने के अलावा हमारे पास कोई विकल्प नहीं है.
वहीं कृषि विभाग के अधिकारी विजय सिंह का कहना है कि किसानों को समझाएंगे कि वह पराली न जलाएं, इससे वातावरण दूषित होता है और फसलों को भी काफी नुकसान होता है. भारतीय किसान यूनियन के जिला प्रधान सुखा सिंह लाकर ने कहा कि किसान लगातार परेशान हो रहे हैं. उनके धान की कटाई हुई कई दिन हो चुके हैं, लेकिन कुली की गांठ बनने वाला कोई नहीं आ रहा. जिससे हमें अगली फसल की बुवाई के लिए काफी परेशानी हो रही है.
इसी को देखते हुए आज नित सिंह गुरुद्वारा साहब में एक मीटिंग हुई है, जिसमें काफी संख्या में किसान पहुंचें और फैसला लिया गया कि कल दोपहर बाद हम धान की पराली में आग लगाएंगे. साथ ही कहा कि आग लगाने के बिना हमारे पास और कोई विकल्प नहीं है. प्रशासन अधिकारी कहते हैं कि हमने किसानों को कई तरह की मशीन दी हुई है, लेकिन हमारा गांव ही बहुत बड़ा है, यहां पर दो मशीन है और वह भी किसानों ने अपने पैसे से ली है. प्रशासनिक अधिकारी सिर्फ और सिर्फ कागजों तक सीमित है, लेकिन किसानों को अगली फसल की बुवाई के लिए काफी दिक्कते हो रही है. इसलिए कल पूरे हरियाणा में परली को आग लगाया जाएगा, साथ ही कहा कि प्रशासन ने जो कार्रवाई करनी हो करें, लेकिन हम मजबूर होकर परली को आग लगा रहे हैं. अगर प्रशासन और सरकार हमारे पर कार्रवाई करेगा तो हम भी देख लेंगे.
वहीं कृषि अधिकारी वजीर सिंह ने कहा कि करनाल में अब तक 19 लोकेशन पर आग के मामले सामने आए हैं, वही किसान पराली को आग लगाने की बात कह रहे हैं तो उनको हम समझाएंगे और यह मामला हमारे संज्ञान में नहीं है, लेकिन अब पता चला है तो हम किसानों को समझाएंगे और उनको कहेंगे कि इससे काफी नुकसान होता है.
INPUT: KAMARJEET SINGH