Kavad Yatra 2023: मानसून महीने की शुरुआत के साथ ही सावन के महीने की भी शुरुआत हो चुकी है. सावन का महीने लगते ही कांवड़िये जल के लिए हरिद्वार पहुंचते हैं और उनकी वापसी के लिए शिव भक्तों द्वारा कांवड़ शिविर लगाए जाते हैं. कांवड़ियों के लिए धार्मिक संस्थाओं द्वारा कांवड़ शिविर शुरू कर दिए गए हैं, जहां बेहतर व्यवस्था की गई है ताकि कांवड़ियों को आराम के दौरान किसी प्रकार की दिक्क्त न हो. कांवड़ियों के लिए खाने पीने की खास व्यवस्था अंबाला के कांवड़ शिविर में की गई है. कांवड़िये सही से आराम कर सके उसके लिए पंखों व कूलरों का इंतजाम किया गया है. संगमेश्वर सेवा महादेव सेवा दल का यह 18वां कांवड़ शिविर है. बताया जाता है इस कांवड़ शिविर में 50 हजार कांवड़िये हर बार शरण लेते हैं.


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अंबाला शहर में लगे कांवड़ शिविर में महिला कांवड़ियों के लिए भी विशेष व्यवस्था की गई है. उनके सोने खाने के लिए अलग व्यवस्था रहेगी, जिसके लिए महिलाएं विशेष तौर पर कैंप में ड्यूटी देंगी.


कांवड़ियों के रजिस्ट्रेशन से लेकर कांवड़ शिविर तक के रजिस्ट्रेशन को लेकर पुलिस प्रशासन इस बार सख्त है ताकि किसी तरह की कोई अनहोनी न हो सके. वहीं कांवड़ शिविर सड़क से 50 मीटर की दूरी पर लगाने व सीसीटीवी लगाने के आदेश जारी किए गए हैं. पुलिस का कहना है कांवड़ियों को सड़क पार करवाने तक का ख्याल पुलिस रखेगी.


वहीं नोएडा में कावड़ यात्रा के मद्देनजर आज से ट्रैफिक डायवर्जन किया गया है. डायवर्जन वाले रास्तों पर पुलिसकर्मी की ड्यूटी लगाई गई है. जॉइंट सीपी आनंद कुलकर्णी के नेतृव में सुरक्षा व्यवस्था रखी जाएगी. जॉइंट सीपी आनंद कुलकर्णी ने बताया कि सभी रूट पर पुलिस की ड्यूटी लगाई गई है. कुलकर्णी ने कहा कि कावड़ यात्रा वाले मार्ग पर बिजली के खंभों को कवर करके रिफ्लेक्टर्स लगाए गए हैं. उन्होंने बताया कि कांवड़ यात्रा के लिए नोएडा सेक्टर-14 के पास कंट्रोल रूम सेंटर बनाया गया है. कांवड़ यात्रा को सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए प्रशासन ने रोड मैप तैयार किया है. जिले में कांवड़ियों के सुरक्षित आवागमन के लिए 4 जुलाई से 18 जुलाई तक रूट डायवर्जन का प्‍लान बनाया है.