NCR News: इस डॉक्टर से बचके रहना! बच्चे का बिना ऑपरेशन किए वसूली फीस, बेवकूफी से पकड़ा गया
Advertisement
trendingNow0/india/delhi-ncr-haryana/delhiharyana2514609

NCR News: इस डॉक्टर से बचके रहना! बच्चे का बिना ऑपरेशन किए वसूली फीस, बेवकूफी से पकड़ा गया

NCR News in Hindi: डॉक्टर को भगवान का रूप कहा जाता है लेकिन लालच में एक डॉक्टर ने अपने पेशे को बदनाम किया. चंद पेशे कमाने के लिए ऑपरेशन थियेटर में 7 साल के बच्चे को एनेस्थीसिया का इंजेक्शन दिया गया, ताकि उसके गुनाह को होते वो न देख सके. 

NCR News: इस डॉक्टर से बचके रहना! बच्चे का बिना ऑपरेशन किए वसूली फीस, बेवकूफी से पकड़ा गया

Fraud Doctor: ग्रेटर नोएडा के बीटा 2 थाना क्षेत्र में डॉक्टर का एक अजीबोगरीब कारनामा सामने आया है. डॉक्टर ने बच्चे की आंख का ऑपरेशन करने के नाम पर 45 हजार रुपये तो ले लिए लेकिन ऑपरेशन नहीं किया. बस जब वह यह घृणित काम कर रहा था तो उसे आभास नहीं था कि एक बेवकूफी से उसका झूठ पकड़ा जाएगा. सच्चाई जानने के बाद परिजनों ने अस्पताल में हंगामा किया तो मामला पुलिस तक जा पहुंचा. आरोप है कि डॉक्टर ने बच्चे के परिजनों से दुर्व्यवहार किया. अब परिजन सीएमओ से शिकायत करने की बात कर रहे हैं. अब जान लेते हैं आखिर पूरा मामला कैसे शुरू हुआ. 

दरअसल बीटा 2 सेक्टर के रहने वाले नितिन भाटी अपने 7 वर्ष के बेटे को लेकर आनंद स्पेक्ट्रम नाम के अस्पताल पहुंचे. बच्चे की आंख में एलर्जी हो गई थी. अस्पताल में डॉक्टर आनंद ने कहा कि बच्चे की आंख में प्लास्टिक का टुकड़ा चला गया है. ऑपरेशन करके निकालना पड़ेगा. अगले दिन परिवार के लोग बच्चे को लेकर अस्पताल पहुंचे. बच्चे को ऑपरेशन थिएटर ले जाया गया और कुछ देर बाद बच्चे को ऑपरेशन थिएटर से बाहर लाया गया. उसकी एक आंख पर पट्टी बंधी थी. अस्पताल में बच्चे के परिजनों को बताया गया कि बच्चे का ऑपरेशन हो गया है और उसकी आंख से प्लास्टिक का एक टुकड़ा निकला है.

शक होने पर दूसरे अस्पताल में कराया चेक 
इसके बाद परिजन बच्चे को घर ले गए. बच्चे के पिता ने बताया कि घर पर उनका ध्यान गया कि बच्चे की बायीं आंख में शिकायत थी, लेकिन पट्टी दायीं आंख में बंधी थी. अस्पताल पहुंचकर जब परिजनों ने सवाल किया तो डॉक्टर ने कहा कि पट्टी गलती से दूसरी आंख पर हो गई है. शक होने पर परिजन बच्चे को दूसरे अस्पताल ले गए, जहां उन्हें बताया गया कि आंख का कोई ऑपरेशन हुआ ही नहीं. इससे नाराज परिजन फिर आनंद अस्पताल पहुंचे और हंगामा शुरू कर दिया. 

गलत आंख पर पट्टी करने से फंसा 
बच्चे के परिजनों का कहना है कि जब ऑपरेशन हुआ ही नहीं तो उनसे 45 हजार क्यों लिए गए. उन्होंने पुलिस को भी बुला लिया. पुलिस के सवाल करने पर डॉक्टर ने अपनी गलती स्वीकार की. डॉक्टर ने बताया कि बच्चे का ऑपरेशन हुआ ही नहीं है. उसने गलत आंख पर पट्टी कर दी. 

एनेस्थीसिया का इंजेक्शन लगाया 
परिजनों ने बताया कि एनेस्थीसिया का इंजेक्शन लगने के चलते बच्चों की इंफेक्शन हो गया है और शरीर पर चकत्ते बन गए. फिलहाल परिजनों में इस घटना को लेकर काफी  रोष है. उन्होंने सीएमओ से शिकायत कर अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है.