Kurukshetra News: धर्मनगरी कुरुक्षेत्र के रैन बसेरों का ज़ी मीडिया की टीम ने रात के समय ग्राउंड जीरो पर उतर कर रियलिटी चेक किया. हमारी टीम ने जायजा किया तो रैन बसेरों के हालात बद से बदतर दिखाई दिए. वहीं पांच रैन बसेरों में दो पर ताला जड़ा मिला और दो जीर्णशीर्ण हालात बदबूदार व एक पर संस्था का कब्जा था, जिसके चलते लोग खुले आसमान के नीचे सोने पर मजबूर, प्रशासन के अधिकारी सब कुछ जानकर अनजान बने.


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धर्मनगरी कुरुक्षेत्र के रैन बसेरों के हालात बद से बदतर दिखते हैं, क्योंकि पांच रैन बसेरों में दो पर ताला जड़ा है और दो जीर्णशीर्ण और हालात बदबूदार व एक पर संस्था का कब्जा मिला, जिसके चलते लोग खुले आसमान के नीचे सोने पर मजबूर है. वहीं प्रशासन के अधिकारी सब कुछ जानकर अनजान बने दिखते हैं.


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समाजसेविका निशी गुप्ता से जब बात की गई तो उन्होंने कहा कि अर्जुन चौक और बस स्टैंड पर बने रैन बसेरे पर ताला जड़ा है, जबकि हनुमान मंदिर के समीप बने रैन बसेरे पर एक एन.जी.ओ ने कब्जा किया हुआ है. उन्होंने कहा कि हालात इतने खराब है कि लोग सड़कों पर सोने को मजबूर हैं. धीरज गांधी कहते हैं कि प्रशासन को ध्यान देना चाहिए.


रैन बसेरों में बिजली की व्यवस्था होनी चाहिए और चूहों का आतंक नहीं होना चाहिए. रविन्द्र सागवान कहते हैं कि सबका साथ, सबका विकास के दावे खोखले साबित हो रहे हैं. रैन बसेरों के खस्ता हालत है व बिजली के कनेक्शन भी नहीं हैं. थानेसर नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी देवेन्द्र नरवाल सैद्धांतिक सहमति जताते हैं कि दो लोकेशन पर पानी बिजली की व्यवस्था नहीं है, लेकिन तीन लोकेशन पर सब चुस्त दरुस्त की बात कहते हैं. जब चुस्त दरुस्त की बात आती है तो वहां रजाइया व गद्दे की व्यवस्था तक भी नहीं दिखती.


Input: Darshan Kait