कैथल: राज्य मंत्री कमलेश ढांडा के विधानसभा क्षेत्र कलायत में टेक्स के रूप में ली गई जनता की गाढ़ी कमाई से बना सामुदायिक केंद्र उद्घाटन से पहले ही जर्जर हालत में पहुंच गया है. लापरवाही का आलम ये है कि न तो प्रशासन ने इसकी सुध ली और न ही विधायक ने मौके पर जाकर इस अधूरे पड़े निर्माण कार्य के कारण को जानने की कोशिश की.


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13 अगस्त 2016 को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कलायत में 1.80 करोड़ रुपये के बजट से बनने वाले समुदाय केंद्र की घोषणा की थी. 2018 में निर्माण कार्य शुरू हुआ. नगर पालिका कार्यकारिणी ने सामुदायिक केंद्र का नामकरण भगवान परशुराम के नाम पर किया, लेकिन तब से लेकर आज तक 5 वर्ष से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी सामुदायिक केंद्र का निर्माण कार्य अधूरा है. स्थिति इस कदर खराब हो गई है कि अब तक बन चुका भवन खंडहर हो चुका है. निर्माण कार्य जर्जर होने लगा है. 


नशेड़ियों की शरणस्थली बना अधूरा निर्माण



निर्माण कार्य पूरा नहीं होने की वजह से सामुदायिक केंद्र लोगों के लिए उपयोगी साबित नहीं हो पा रहा है.हालात ये हो गए हैं कि यह भवन शराबियों और नशेड़ियों की शरणस्थली बन गया है, क्योंकि यहां पर न कोई चौकीदार है और न कोई देखरेख करने वाला.


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नगर पालिका के पार्षद रणबीर धनिया ने बताया कि जब भी कोई सरकारी बोली होती थी तो ठेकेदार घाटे में बोली देकर ठेका ले लेते हैं और बाद में रिवाइज के नाम पर या अतिरिक्त कार्य के नाम पर बजट बढ़ाने की मांग करते हैं, जिसमें काफी भ्रष्टाचार होता था. अब सरकार ने नियम बना दिया है कि जो भी टेंडर होगा, उसे रिवाइज के नाम पर 10% से ज्यादा नहीं बढ़ाया जाएगा.इससे भ्रष्टाचार में कमी होगी और काम भी समय पर होंगे. अब इस सामुदायिक केंद्र के लिए नए सिरे से टेंडर लगाने की जरूरत है, ताकि भगवान परशुराम समुदायिक केंद्र का अधूरा काम पूरा हो सके और जनता इसका उपयोग कर सके. 


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जल्द निर्माण होने की आस




कुछ जानकारों का कहना है कि टेक्निकल अधिकारी ने इसकी देखभाल नहीं की, इसलिए काम समय से नहीं हुआ और यह बिल्डिंग जर्जर हो रही है. इसकी जिम्मेदारी तय होनी चाहिए. सामुदायिक केंद्र के आसपास रहने वाले कॉलोनीवासियों का कहना है कि अगर यह केंद्र समय से बन जाता है तो हमें काफी फायदा होगा. हम शादी ब्याह, सुख-दुख में इस सामुदायिक केंद्र का इस्तेमाल कर सकेंगे. अभी हमें अपने किसी आयोजन के लिए दूर जाना पड़ता है. 


जिम्मेदार लोगों पर होगी कार्रवाई 
इस बारे में कलायत के एसडीएम देवेंद्र शर्मा से बात की गई. उन्होंने कहा, मेरी पोस्टिंग हुए अभी केवल एक महीना हुआ है. मामला मेरे संज्ञान में आया है और मैं संबंधित अधिकारियों की मीटिंग लेकर इसकी जांच कराऊंगा और जल्द से जल्द यह कार्य पूरा हो, इसकी कोशिश करूंगा। उन्होंने कहा, बिल्डिंग खराब के पीछे जो भी जिम्मेदार होगा, उस पर कार्रवाई की जाएगी. 


इनपुट : विपिन शर्मा